Odisha Cabinet: लोक सेवा भवन में हुई ओडिशा कैबिनेट की बैठक बुधवार (12 सितंबर) को समाप्त हुई. मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी (Mohan Charan Majhi) की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट बैठक में तीन महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी मिली. इन प्रस्तावों की जानकारी मुख्य सचिव मनोज आहुजा ने दी. 


इन प्रस्तावों में सरकारी कर्मचारियों की बेटियों के लिए भी राज्य सरकार ने एक अहम फैसला लिया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओडिशा में सरकारी कर्मचारियों की बेटियों और सौतेली बेटियों को नौकरी देने का वादा किया गया है. ये फैसला राज्य सरकार ने उन बेटियों के लिए किया है जो अपने माता-पिता पर निर्भर हैं. माता-पिता में से किसी एक की मृत्यु के बाद बेटियों को नौकरी दी जाएगी. 


अग्निवीरों पर लिया राज्य सरकार ने बड़ा फैसला


ओडिशा सरकार ने कैबिनेट बैठक में अग्निवीरों के लिए भी बड़ा ऐलान किया है. मिली जानकारी के मुताबिक, राज्य में अग्निवीरों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा. राज्य सरकार ने फैसला किया कि अग्निवीरों की ओडिशा की वर्दीधारी सेवाओं में भर्ती होगी. अहम ये हैं कि अग्निवीरों की सीधी भर्ती की जाएगी. 


गोपालपुर बंदरगाह किसके पास होगा? 


लड़कियों और अग्निवीरों के साथ ही ओडिशा कैबिनेट बैठक में गोपालपुर बंदरगाह (Gopalpur Port) पर भी अहम निर्णय लिया गया. रिपोर्ट की मानें तो गोपालपुर बंदरगाह अडानी ग्रुप (Adani Group) को दिया गया है. बताया गया कि गोपालपुर बंदरगाह का  95 प्रतिशत हिस्सा अडानी ग्रुप के पास रहेगा जबकि इसका पांच प्रतिशत हिस्सा ओडिशा स्टीवडोर्स लिमिटेड (Odisha Stevedores Ltd) के पास रहेगा. 


गोपालपुर बंदरगाह क्यों है जरूरी?


भारत के ओडिशा के गंजम जिले में ब्रह्मपुर शहर के पास स्थित गहरा समुद्री गोपालपुर बंदरगाह समुद्री व्यापार के साथ ही रोजगार के नजरिए से भी काफी महत्व रखता है. बंगाल की खाड़ी के तट पर विकसित गोपालपुर बंदरगाह कोलकाता-चेन्नई रेलवे लाइन (Kolkata-Chennai Railway Line) और राष्ट्रीय राजमार्गों से भी जुड़ा हुआ है.


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