Lok Sabha Election Result 2024: लोकसभा चुनाव के साथ ही ओडिशा विधानसभा चुनाव में बीजेपी को प्रचंड जीत मिली है. जहां बीजेपी ने 5 बार के मुख्यमंत्री रहे नवीन पटनायक की सत्ता पलट दी है. वहीं, बीजेपी को इस बार के 147 विधानसभा सीटों में 78 सीटें जीतकर बीजेपी ने इतिहास रच दिया है. साल 2000 से ओडिशा में सत्ता में रही बीजेडी इस बार महज 51 सीटों पर सिमट गई, वहीं कांग्रेस ने 14 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की है.
दरअसल, राज्य में पहली बार ऐसा हो रहा है कि बीजेपी सरकार बनाने जा रही है. ऐसे में अब मुख्यमंत्री के नाम की चर्चा भी तेज हो गई है. इस बार जहां एक ओर सस्पेंस जारी है तो दूसरी ओर बीजेपी कुछ चुनिंदा नामों पर विचार कर रही है, जिसमें पहला नाम हैं गिरीश चंद्र मुर्मू का जोकि सीएजी यानि कंट्रोलर एंड आडिटर जनरल हैं.
जानिए कौन हैं गिरीश चंद्र मुर्मू?
दरअसल, गिरीश चंद्र मुर्मू पिछले कुछ दिनों से चर्चा में हैं. गिरीश ने गुजरात में मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ काम किया है उनके चहेते और उनकी कोर कमेटी के क़रीबी माने जाते हैं. जब केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर को राज्य का दर्जा मिला तो वह पहले लेफ्टिनेंट गवर्नर बने. बीजेपी की जीत के पहले ही इनका नाम कमेटी में रखा गया था. हालांकि, सब इस पर चुप हैं और हां या ना कुछ भी नहीं बोल रहे हैं.
सुरेश पुजारी CM पद की रेस में हुए शामिल
वहीं, ओडिशा में मुख्यमंत्री की दौड़ में दूसरा नाम सुरेश पुजारी का चल रहा है. सुरेश पुजारी ब्रजराज नगर के विधायक है और उसके साथ संघ के क़रीबी माने जाते हैं. इसके अलावा वो बरगढ़ के पूर्व सांसद भी हैं और साथ ही विधायक के पद से आगे भी बढ़ रहे हैं. हालांकि, बीजेपी को उन पर भरोसा भी है.
तीसरे नंबर पर चल रहा धर्मेंद्र प्रधान का नाम
इस कड़ी में तीसरा नाम है धर्मेंद्र प्रधान का जो मोदी सरकार में बतौर केंद्रीय मंत्री और उड़ीसा के सबसे महत्वपूर्ण नेताओं में से गिने जाते हैं. धर्मेंद्र प्रधान ने राज्य में सरकार बदलने में बड़ी भूमिका निभाई है. इस बार बीजेपी सरकार दिल्ली में खुद अल्पमत में होने के कारण धर्मेंद्र प्रधान के लिए राज्य की चुनौती और ज़िम्मेदारी थोड़ी मुश्किल होती जा रही है.
मनमोहन सामल मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल
ओडिशा में मुख्यमंत्री की रेस में चौथा नाम मनमोहन सामल का है. जो ओडिशा में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं. दरअसल उनके ऊपर पुष्कर सिंह धामी वाला उत्तराखंड का फ़ॉर्मूला पूरी तरह ठीक बैठता है. जहां पुष्कर सिंह धामी राज्य में सरकार तो बना चुके थे लेकिन खुद अपनी सीट से हार गए थे.
इस बीच सीएम पद की दौड़ में जो पांचवा नाम सामने आया है वो लक्ष्मण बाग का है, जिन्होंने कांटाबांजी विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को करीब 16, हजार वोटों से परास्त किया है. पहली बार विधायक बने हैं लेकिन पार्टी को पूरा भरोसा है कि जायंट किलर के तौर पर नवीन पटनायक को हराना आसान नहीं था. ऐसे में क्योंकि उन्होंने इतनी बड़ी उपलब्धि की है. इसलिए टॉप 5 नामों में इनका भी नाम शामिल है.