नई दिल्ली: सीबीआई ने पंजाब नेशनल बैंक की स्टेशन स्क्वायर ब्रांच भुवनेश्वर शाखा को बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से 31 करोड़ रुपये से ज्यादा का चूना लगाने के आरोप में चार बैंक अधिकारियों समेत निजी फर्म के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. सीबीआई ने इस मामले में आज ओड़िशा और कोलकाता समेत अनेक जगहों पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिलने का दावा किया गया है.


सीबीआई के मुताबिक, पंजाब नेशनल बैंक ने सीबीआई को शिकायत दी थी की स्टेशन स्क्वायर ब्रांच भुवनेश्वर के बैंक अधिकारियों ने एक निजी कंपनी और उसके अधिकारियों के साथ मिलीभगत करके कंपनी को अनेक मामलों में तमाम नियम कानूनों को ताक पर रखकर छूट दी. इस छूट के तहत उन्हें कंपनी के खाते में ओवरड्यू चेक सुविधा और लैटर ऑफ क्रेडिट सुविधा समेत अनेकों सुविधाएं दी.


आरोप के मुताबिक, इन बैंक अधिकारियों ने यह जांच भी नहीं की कि कंपनी क्या काम करती है और बैंक में जमा कराए गए दस्तावेजों में क्या काम दिखाती है? बैंक अधिकारियों की मिलीभगत के चलते उक्त कंपनी ने बैंक से मिले पैसों को अपनी दूसरी कंपनियों को स्थानांतरित कर दिया जिसके चलते बैंक को 31 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ. सीबीआई ने इस मामले में बैंक अधिकारियों समेत निजी फर्म के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और आज विशाखापट्टनम, कोलकाता, जम्मू और ओडिशा के भुवनेश्वर और कटक स्थित बैंक कर्मियों और निजी कंपनी के अधिकारियों के घर और कार्यालय पर छापे मारे गए.


सीबीआई का दावा है कि इस छापेमारी के दौरान अनेक दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिले हैं. साथ ही बैंक लॉकर की चाबियां भी बरामद हुई हैं. सीबीआई ने जिन बैंक अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया उनमें बैंक के तत्कालीन मुख्य प्रबंधक नागमणि सत्यनारायण प्रसाद, तत्कालीन सहायक उप महाप्रबंधक एससी शर्मा, मनोरंजन दास तत्कालीन मुख्य प्रबंधक और प्रियतोश दास तत्कालीन वरिष्ठ प्रबंधक के नाम शामिल हैं. इसके अलावा ग्लोबल ट्रेडिंग सॉल्यूशन लिमिटेड भुवनेश्वर नामक कंपनी और उसके प्रबंध निदेशक अविनाश मोहंती समेत कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले की जांच जारी है.


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