59th All India Police Conference: ओडिशा के भुवनेश्वर में चल रही 59वीं अखिल भारतीय पुलिस सम्मेलन का समापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से हुआ. इस समापन सत्र में प्रधानमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को उनके विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सम्मानित किया. प्रधानमंत्री ने सम्मेलन के दौरान सुरक्षा चुनौतियों के राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय आयामों पर व्यापक चर्चा की और उन चर्चाओं को संतोषजनक बताया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन में उपस्थित अधिकारियों से कहा कि डिजिटल धोखाधड़ी, साइबर अपराध, और एआई तकनीक से उत्पन्न होने वाले संभावित खतरों को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की गई. उन्होंने विशेष रूप से सोशल मीडिया पर "डीप फेक" की बढ़ती समस्या पर जोर दिया जो सामाजिक और पारिवारिक रिश्तों को प्रभावित कर सकती है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने स्मार्ट पुलिसिंग को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया और शहरी पुलिस व्यवस्था में किए गए प्रयासों की सराहना की जिसे देश के 100 शहरों में लागू करने की बात कही.
प्रौद्योगिकी के उपयोग की आवश्यकता
पीएम मोदी ने पुलिस बल के कार्यभार को कम करने के लिए तकनीकी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने का आह्वान किया. उन्होंने सुझाव दिया कि पुलिस स्टेशन को संसाधन आवंटन के लिए एक केंद्रीकृत बिंदु बनाया जाए जिससे पुलिस अधिकारियों की कार्यकुशलता में बढ़ोतरी हो. इसके अलावा बंदरगाह सुरक्षा को लेकर प्रधानमंत्री ने भविष्य के लिए एक कार्य योजना तैयार करने की आवश्यकता पर जोर दिया.
राष्ट्रीय सुरक्षा पर व्यापक चर्चा
सम्मेलन के दौरान आतंकवाद, वामपंथी उग्रवाद, साइबर अपराध, तटीय सुरक्षा, नार्को-तस्करी और वामपंथी उग्रवाद जैसी राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियों पर गहन विचार-विमर्श किया गया. पीएम ने बांग्लादेश और म्यांमार की सीमा पर उभरती सुरक्षा चिंताओं के अलावा शहरी पुलिसिंग के ट्रेंड्स और दुर्भावनापूर्ण आख्यानों से निपटने की रणनीतियों पर भी चर्चा की.
गृह मंत्रालय और सरदार पटेल की श्रद्धांजलि
पीएम मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल के योगदान को याद करते हुए कहा कि अगले वर्ष उनकी 150वीं जयंती पर गृह मंत्रालय से लेकर सभी पुलिस स्टेशन तक श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए जाएं. इस सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, और कई सीनियर अधिकारी भी उपस्थित थे. इस सम्मेलन ने देश में पुलिस बल के कार्य को ज्यादा सशक्त और तकनीकी दृष्टि से सक्षम बनाने के उपायों पर जोर दिया, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को और मजबूत किया जा सके.