Odisha BJP : 21 सीटें, हर सीट पर अलग अलग केंद्रीय नेता संभालेंगे मोर्चा ... मिशन ओडिशा के लिए बीजेपी ने बनाई ये खास रणनीति
Odisha BJP Observers: लोक सभा चुनाव 2024 में बेहतर प्रदर्शन के लिए BJP देश भर के सभी लोकसभा सीटों के लिए कम से कम एक-एक प्रभारी नियुक्त कर रही है. ओडिशा में भी यही रणनीति है.
Odisha BJP Parliament Election Preparation: 2024 के लोकसभा चुनाव में केंद्र की सत्ता से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उखाड़ फेंकने के लिए विपक्षी दलों ने 'इंडिया' गठबंधन बनाया है. दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) भी बेहतर प्रदर्शन के लिए देशभर में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखना चाहती. इसके लिए हर एक लोकसभा सीट पर कम से कम एक प्रभारी की नियुक्ति की जा रही है.
पश्चिम बंगाल के बाद ओडिशा में भी पार्टी ने यही कदम उठाया है. बंगाल में 42 लोकसभा सीटों के लिए 42 प्रभारियों की नियुक्ति पहले ही हुई थी. अब ओडिशा में भी 21 लोकसभा सीटों के लिए 21 प्रभारियों की नियुक्ति की गई है.
ओडिशा में प्रचार करेंगे इतने केंद्रीय नेता
बीजेपी के 21 राष्ट्रीय नेता चुनाव से पहले ओडिशा की 21 लोकसभा सीटों पर प्रचार करेंगे. पार्टी के वरिष्ठ नेता जयनारायण मिश्रा ने यह जानकारी दी है. न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता मिश्रा ने कहा कि केंद्रीय और राज्य नेताओं को सभी 147 विधानसभा क्षेत्रों का प्रभारी बनाया जाएगा.
मोदी, शाह, योगी भी करेंगे प्रचार
मिश्रा ने बताया कि ओडिशा में लोकसभा के साथ होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आएंगे. इनके कार्यक्रम तय किए जा रहे हैं.
मिश्रा ने शुक्रवार (5 जनवरी) को मीडिया से बातचीत में कहा, ‘‘आम चुनाव से पहले 21 केंद्रीय नेता राज्य के 21 संसदीय क्षेत्रों का दौरा करेंगे. केंद्रीय और राज्य के नेताओं को राज्य के 147 विधानसभा क्षेत्रों का प्रभारी बनाया जाएगा.” मिश्रा ने कहा कि यह फैसला हाल ही में दिल्ली में हुई एक बैठक में लिया गया.
बूथ स्तर पर जन आधार मजबूत करेगी बीजेपी
उन्होंने कहा कि पार्टी बूथ स्तर पर अपना जनाधार मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है और सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) को हराने के लिए विधानसभा क्षेत्र-विशेष रणनीति बनाई जा रही है.
क्या है ओडिशा में राजनीतिक स्थिति?
आपको बता दें कि ओडिशा में लोकसभा चुनाव आमतौर पर विधानसभा के साथ ही होते हैं. पिछले साल केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ जब विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था तो ओडिशा की सत्तारूढ़ पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) ने बीजेपी का समर्थन किया था. इसके बाद से राज्य में दोनों दलों के बीच संभावित समझौते की अटकलें थीं. हालांकि पिछले महीने ही बीजेपी नेता जयनारायण मिश्रा ने स्पष्ट कर दिया था कि राज्य में बीजेडी से गठबंधन का सवाल ही नहीं उठाता. दोनों दल एक दूसरे के खिलाफ लड़ेंगे.