Odisha Latest News: ओडिशा से प्रशासनिक स्तर पर एक बड़ी खबर सामने आई है. वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) लेने के एक दिन बाद ही वीके पांडियन को ओडिशा सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर का दर्जा दिया गया है. वह 5T (परिवर्तनकारी पहल) के अध्यक्ष के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे. खास बात ये है कि वह सीधे मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को रिपोर्ट करेंगे.


IAS अधिकारी रहे वीके पांडियन राज्य में काफी पावरफुल माने जाते हैं. अक्सर ओडिशा के पिपक्षी दल पांडियन पर आरोप लगाती रही है कि वह सरकार में अधिकारी से ज्यादा हैसियत रखते हैं, सरकार में भी उनका अच्छा खासा हस्तक्षेप है. चर्चा है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले उन्हें पार्टी में अहम रोल दिया जा सकता है.


कौन हैं वीके पांडियन?


2000 बैच के आईएएस रहे पांडियन पिछले 12 साल से नवीन पटनायक के सेक्रेटरी थे. उनका काडर भी ओडिशा ही था. 2002 में वह कालाहांडी जिले के धर्मगढ़ के सब-कलेक्टर नियुक्त हुए थे. पहली बार 2005 में वह मयूरभंज के डीएम बने. इसके बाद उनका तबादला सीएम के गृह जनपद गंजम में हुआ. वीके पांडियन क 2011 में सीएम ऑफिस में तैनाती मिली. इसके बाद से वह नवीन पटनायक के निजी सचिव पद पर बने रहे.


CM की रेस में हो सकते हैं शामिल


पांडियन को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि 2024 में होने वाले विधानसभा चुनाव में वह सीएम बन सकते हैं. उन्हें नवीन पटनायक का खास माना जाता है और नवीन पटनायक उम्र और स्वास्त्य कारणों से इस बार सीएम पद छोड़ सकते हैं. ऐसी स्थिति में वह सीएम की कुर्सी पर बैठ सकते हैं. पांडियन की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति और जितनी तेजी से उसे मंजूर करके उन्हें कैबिनेट मिनिस्टर बनाया गया है, उससे इस चर्चा को और बल मिलता दिख रहा है.


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