Naba Das Murder Case: क्या मंत्री नब दास की हत्या के आरोपी पुलिसकर्मी को थी मानसिक बीमारी? मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट में हुआ ये खुलासा
Naba Kishore Das Murder: ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास की बीती 29 जनवरी को एएसआई गोपाल दास ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
Odisha Minister Murder Case: ओडिशा के मंत्री नब किशोर दास की हत्या का आरोपी पुलिसकर्मी गोपाल दास (Gopal Das) मानसिक रूप से बीमार नहीं है. झारसुगुडा जिले की एक अदालत ने मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट का हवाले देते हुए मंगलवार (7 मार्च) को ये बात कही. कोर्ट ने बेंगलुरू में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान (NIMHANS) में गोपाल दास के मानसिक स्वास्थ्य की जांच की क्राइम ब्रांच की याचिका को खारिज कर दिया.
अतिरिक्त जिला न्यायाधीश की अदालत ने साथ ही 5 फरवरी को पेश की गई मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया. मेडिकल बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि व्यक्ति सचेत, एलर्ट, कॉपरेटिव और कम्युनिकेटिव है. मूड और प्रभाव- स्थिति के अनुसार है. विचारों में कोई असामान्यता नहीं है. अदालत ने 3 मार्च की अपनी टिप्पणी में कहा था कि मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट में कहीं भी आरोपी मानसिक बीमारी से पीड़ित नहीं पाया गया.
जांच के लिए मेडिकल बोर्ड का किया था गठन
आरोपी दास की जांच के लिए सरकार ने एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में मनोचिकित्सा के एचओडी डॉक्टर अजय मिश्रा की अध्यक्षता में मेडिकल बोर्ड का गठन किया था. आरोपी की आगे की मनोवैज्ञानिक जांच के लिए आईओ (जांच अधिकारी) की याचिका बेमानी होगी. आरोपी को निम्हांस में ट्रांसफर नहीं किया जा सकता है.
बीजेपी ने राज्य सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
इस मामले को लेकर बीजेपी ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. विपक्ष के नेता जयनारायण मिश्रा ने कहा कि नब दास की हत्या के पीछे गहरी साजिश है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस यह नहीं जानना चाहती कि एएसआई को मंत्री की हत्या की सुपारी किसने दी और इसके पीछे का मकसद क्या था. मिश्रा ने दावा किया कि हत्या की सुपारी देने वाले व्यक्ति ने आरोपी को आश्वासन दिया कि उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि इसलिए आरोपी को मानसिक रूप से अस्वस्थ साबित करने का प्रयास किया गया.
बीजेडी ने आरोपों को खारिज किया
इन आरोपों को खारिज करते हुए बीजेडी विधायक एसबी बेहरा ने कहा कि यह राज्य सरकार की ओर से गठित मेडिकल बोर्ड था जिसने रिपोर्ट दी थी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आरोपियों को कैसे बचा सकती है? राज्य सरकार के मेडिकल बोर्ड ने रिपोर्ट दी है. यह जांच में पारदर्शिता को साबित करता है.
गोली मारकर की थी मंत्री की हत्या
गौरतलब है कि ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास को बीती 29 जनवरी को एएसआई गोपाल दास ने गोली मार दी थी. भुवनेश्वर में इलाज के दौरान मंत्री की मौत हो गई थी. नब किशोर दास पर जब हमला हुआ था तब वे ओडिशा के ब्रजराजनगर में एक कार्यक्रम के लिए जा रहे थे.
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