पुरी: ओडिशा सरकार ने शनिवार को कहा कि इस साल वार्षिक रथयात्रा उत्सव श्रद्धालुओं की भीड़ के बगैर ही होगा और उन्हें रथ के मार्ग में छतों से भी रस्म देखने की अनुमति नहीं होगी.


पुरी के जिलाधिकारी समर्थ वर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि प्रशासन ने अपने फैसले की समीक्षा की है और रथयात्रा का दृश्य घरों व होटलों की छतों से देखने पर भी पाबंदी लगा दी गयी है. उन्होंने कहा कि 12 जुलाई को होने वाले इस उत्सव से एक दिन पहले पुरी शहर में कर्फ्यू लगाया जाएगा जो अगले दिन दोपहर तक प्रभाव में रहेगा.


वर्मा ने कहा कि भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ का यह उत्सव कोविड-19 महामारी के चलते लगातार दूसरे वर्ष बिना श्रद्धालुओं की भागीदारी के मनाया जा रहा है. उन्होंने शहर के लोगों से टेलीविजन पर इस उत्सव का सीधा प्रसारण देखने की अपील की.


ओडिशा में कोरोना की स्थिति


ओडिशा में कोरोना वायरस के कारण 48 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की कुल संख्या बुधवार को 4,000 को पार कर गयी. प्रदेश में मृतकों की यह संख्या किसी एक दिन की सर्वाधिक संख्या है. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.


अधिकारी ने बताया कि संक्रमण के कम से कम 3,371 नए मामलों के सामने आने से संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 9,16,800 हो गयी. उन्होंने बताया कि राज्य में इस बीमारी के कारण जान गंवाने वाले लोगों की कुल संख्या 4,019 हो गयी.


यह भी पढ़ें.


पुष्कर सिंह धामी होंगे उत्तराखंड के अगले मुख्यमंत्री, आज शाम 5 बजे लेंगे शपथ