Omicron: ओमिक्रोन का खतरा देश में लगातार बढ़ता जा रहा है. अब तक कोरोना के इस नए वेरिएंट से दो लोगों ने दम तोड़ दिया है. ओडिशा के बालनगीर जिले में एक 50 वर्षीय महिला ने दम तोड़ दिया. ओमिक्रोन से ओडिशा में मौत का यह पहला मामला सामने आया है, जबकि देश में यह दूसरी मौत है. इससे पहले, राजस्थान के उदयपुर में एक बुजुर्ग की ओमिक्रोन के चलते मौत हो गई थी.


ओमिक्रोन से ओडिशा में पहली मौत पर बालनगीर की सीडीएमओ स्नेहलता साहू ने बताया कि कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन से पहली मौत हुई है. उन्होंने बताया कि एक 50 साल की महिला को ब्रेन स्ट्रोक की शिकायत के बाद बालनगीर भीमा भोज मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया. लेकिन, बाद में उसे बुर्ला मेडिकल कॉलेज शिफ्ट किया गया था.


स्नेहलता ने बताया कि वहां पर वह महिला कोरोना संक्रमित पाई गई. इसके बाद सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग टेस्ट के लिए भेजा गया. लेकिन, जां रिपोर्ट आने से पहले ही उस महिला ने 27 दिसंबर को दम तोड़ दिया. अब जबकि जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट आई है, उसमें वह महिला ओमिक्रोन पॉजिटिव पाई गई. उन्होंने बताया कि इसके बाद बालनगीर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने अगलपुर बालनगीर गांव का दौरा किया. वहां पर लोगों का कंटैक्ट ट्रेसिंग जारी है. 




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उदयपुर में ओमिक्रोन से पहली मौत


इससे पहले, राजस्थान के उदयपुर में ओमिक्रोन वेरिएंट से 72 साल के एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. देश में ओमिक्रोन से पहली मौत को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने भी पुष्टि की. जानकारी के मुताबिक मृतक 15 दिसंबर को कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया था और तब से वो अस्पताल में ही भर्ती था. उसे डायबिटिज, ब्लड प्रेशर समेत कई और बीमारियां भी थी.


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अस्पताल में भर्ती के दौरान होने के दौरान उसके जांच नमूने को जीनोम सीक्वेंसिग (Genome Sequencing) के लिए भेजे गए थे. इस बीच उन्हें 21 दिसंबर को कोविड निगेटिव पाया गया था. जानकारी के मुताबिक उस व्यक्ति को दोनों टीके लगाए गए थे और उसका कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं था. राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने भी इसकी पुष्टि ओमिक्रोन संक्रमण से हुई मौत के रूप में की. जीनोम सीक्वेंसिग (Genome Sequencing) के परिणाम 25 दिसंबर को आए और उन्हें ओमिक्रोन से संक्रमित पाया गया. छह दिन बाद 31 दिसंबर को सुबह करीब साढ़े तीन बजे उनकी मौत हो गई.


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