Odisha Cabinet First Meeting: ओडिशा की भाजपा सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में कुछ बड़े फैसला किए है.  गुरुवार सुबह हुई बैठक में सीएम ने पुरी में श्री जगन्नाथ मंदिर के सभी चार द्वारों को फिर से खोलने और 12वीं शताब्दी के इस मंदिर की तत्काल आवश्यकता के लिए एक कोष बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी.


मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राज्य सचिवालय लोक सेवा भवन में अपने मंत्रियों की एक बैठक बुलाई. माझी ने कहा, "राज्य सरकार ने सभी मंत्रियों की मौजूदगी में कल सुबह पुरी जगन्नाथ मंदिर के सभी चार गेट को फिर से खोलने का फैसला किया है. भक्त सभी चार द्वारों से मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे."


कोरोना महामारी के दौरान किए गए थे बंद


मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिर के सभी गेट खोलना भाजपा के चुनावी घोषणापत्र के वादों में से एक था. अभी बाकी गेट बंद होने से भक्तों को परेशानी हो रही थी. दरअसल, बीजेडी की पिछली सरकार ने कोविड-19 महामारी के बाद से मंदिर के चारों गेट बंद कर रखे थे. भक्त केवल एक द्वार से ही एंट्री कर पा रहे थे. लंबे समय से सभी द्वार खोलने की मांग की जा रही थी.


मंदिर के लिए बनेगा 500 करोड़ रुपये का फंड


सीएम मोहन चरण माझी ने कहा कि मंदिर के संरक्षण और इसे बेहतर बनाए रखने के लिए मंत्रिमंडल ने 500 करोड़ रुपये का एक फंड बनाने का फैसला किया है. एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि जब गुरुवार (13 जून 2024) को सभी गेट खोले जाएंगे, तब सभी मंत्री पुरी में मौजूद रहेंगे.


धान पर एमएसपी बढ़ाने पर काम जल्द


माझी ने आगे कहा कि राज्य सरकार धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाकर 3100 रुपये प्रति क्विंटल करने के लिए भी कदम उठाएगी और संबंधित विभाग को इसे लेकर कदम उठाने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि धान का एमएसपी बढ़ाकर 3100 रुपये प्रति क्विंटल करने के प्रस्ताव को धरातल पर लाने के लिए बहुत जल्द एक समिति का गठन किया जाएगा.


100 दिन के अंदर लागू करेंगे सुभद्रा योजना


माझी ने यह भी दावा किया कि महिला सशक्तीकरण और बाल कल्याण के लिए पिछली बीजद सरकार के प्रयास विफल रहे हैं, इसलिए, नई सरकार 100 दिनों के अंदर सुभद्रा योजना को लागू करेगी, जिसके तहत महिलाओं को 50,000 रुपये का नकद वाउचर मिलेगा.


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