Odisha Ink Attack: ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निजी सचिव वीके पांडियन पर शनिवार (19 अगस्त) को एक शख्स ने स्याही फेंकी थी. जिसे पांडियन ने रविवार (20 अगस्त) को माफ कर दिया. पांडियन ने पुलिस से उसे गिरफ्तार नहीं करने के लिए भी कहा. कयास इलाके के एक सामाजिक कार्यकर्ता भास्कर साहू (38) ने पांडियन पर स्याही फेंक दी थी जब वह लोगों की शिकायतें सुनने के लिए इलाके में गए थे.
पुलिस सूत्र ने कहा, "हिरासत में लिए गए साहू को पुलिस ने रिहा कर दिया है क्योंकि सचिव वीके पांडियन उसके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करना चाहते थे. सचिव के निर्देश पर साहू के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है. हालांकि साहू को गलती का एहसास हो गया है.
'नहीं मांगूंगा माफी'
साहू ने कहा कि वह पिछले कुछ समय से अपने इलाके से संबंधित विभिन्न मुद्दों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं और पांडियन के समक्ष अपनी शिकायतें रखने आए थे. उन्होंने कहा, 'मैं अपनी गैरकानूनी हरकत के लिए पश्चाताप करता हूं. मुझे स्याही हमले का सहारा नहीं लेना चाहिए था. मुझे अपनी शिकायतें सौहार्दपूर्ण तरीके से बतानी चाहिए थी. मैं लोगों से माफी मांगता हूं, लेकिन मैं पांडियन सर से माफी नहीं मांगूंगा.'
'स्याही फेंकने के लिए किसी ने नहीं दिए थे पैसे'
साहू ने कहा कि वह किसी भी राजनीतिक दल से संबंध नहीं रखते हैं. साहू ने कहा, "मैं किसी पार्टी से नहीं हूं और न ही पांडियन सर पर स्याही फेंकने के लिए किसी ने मुझे पैसे दिए थे." स्याही हमले ने बीजेडी और बीजेपी के बीच राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू कर दिया था. स्याही हमले की घटना से प्रभावित हुए बिना पांडियन ने अपना आधिकारिक क्षेत्र दौरा जारी रखा और रविवार को झारसुगुड़ा जिले में विकास कार्यों का जायजा लिया.
पांडियन ने 113 करोड़ रुपये की लागत से लखनपुर ब्लॉक में चल रही दो मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की. परियोजनाएं सितंबर 2023 तक पूरी हो जाएंगी.
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