Mahashivratri 2023: भुवनेश्वर में लिंगराज मंदिर के ऊपर लगाया गया 'महादीपा', जश्न में डूबते दिखे श्रद्धालु
Mahashivratri 2023: ओडिशा के भुवनेश्वर में महाशिवरात्री के पर्व पर लिंगराज मंदिर में महादीपा को लगाया गया जिसके बाद श्रद्धालुओं ने अपना उपवास तोड़ा.
Lingaraj Temple In Odisha: महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के मौके पर ओडिशा के भुवनेश्वर (Bhubaneswar) के लिंगराज मंदिर (Lingaraj Temple) में शनिवार (18 फरवरी) की रात महादीपा (Mahadeepa) को लगाया गया जिसके बाद श्रद्धालुओं ने अपने उपवास तोड़ा. मंदिर के पुजारियों ने त्योहार के महत्व के बारे में बताते हुए कहा, मंदिर में महादीपा को रखे जाने के बाद ही श्रद्धालु अपना उपवास तोड़ता है.
पुजारियों ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, इस साल महादीप उठने में करीब तीन घंटे की देरी हुई है जिस कारण श्रद्धालुओं से सब्र बनाने रखने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, ये एक बेहद खास मंदिर है. मानयता है कि जो कोई भी श्रद्धालु व्रत रखकर यहां दीया जलाता है उसकी हर मनुकामना भगवान शिव पूरी करते हैं.
भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था- श्रद्धालु
एक श्रद्धालु ने बताया, महादीप उठने की क्रीया बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है. कोई भी भक्त-श्रद्धालु अपना व्रत तब तक नहीं तोड़ता जब तक मंदिर के शीर्ष पर महादीप रखा नहीं जाता. एक अन्य श्रद्धालु ने बताया, आज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था. आज के दिन को हर श्रद्धालु एक विवाह कार्यक्रम की तरह मनाते हैं. घी के दिए जलाए जाते हैं, मंदिर के शीर्ष पर महादीप रखा जाता है और सभी श्रद्धालु तब तक व्रत रखते हैं जब तक सभी रिवाज पूरे ना हो जाएं.
Maha Shivratri: 'Mahadeepa' lifted atop Lingaraj Temple in Bhubaneswar
— ANI Digital (@ani_digital) February 19, 2023
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केवल ओडिया में होती ये क्रिया... - श्रद्धालु
एक अन्य श्रद्धालु ने बताया, हम सबने व्रत रखा है और महादीप की पूजा के बाद ही तोड़ेगे. उन्होंने कहा, ये अनुष्ठान केवल ओडिशा में देखा जाता है और किसी अन्य राज्य में नहीं.
देशभर में मनाया गया महाशिवरात्रि का पर्व
देशभर में महाशिवरात्रि का पर्व बेहद हर्ष-उल्लास के साथ मनाया गया. दिनभर शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली. हर हर महादेव से लकेर जय शिवशंकर के जयकारों से शिवालय गूंज उठे.
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