ओडिशा की पिपिली विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ रहे कांग्रेस नेता अजीत मंगराज का बुधवार को कोविड -19 से निधन हो गया. गौरतलब है कि उप-चुनाव 17 अप्रैल को निर्धारित किया गया था लेकिन कांग्रेस नेता की मृत्यु के बाद अब इसे रद्द कर दिया गया है.
अजीत मंगराज का भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था. उन्हें 10 अप्रैल को कोविड -19 पॉजिटिव पाया गया था. जिसके बाद उन्हें भुवनेश्वर के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई. उन्होंने 10 अप्रैल को एक फेसबुक पोस्ट में कहा था, '' कोविद-19 पॉजिटिव पाए जाने कके बाद मेरा इलाज चल रहा है.
कांग्रेस नेता मंगराज पिपिली निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव लड़ रहे थे
वहीं अस्पताल के सूत्रों के अनुसार, मंगराज की सीटी स्कैन रिपोर्ट में निमोनिया का प्रतिशत अधिक आया था. गौरतलब है कि मंगराज को कांग्रेस पार्टी ने बीजू जनता दल (BJD) के रुद्र महारथी और भाजपा के आश्रय पट्टनायक के खिलाफ पिपिली निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव लड़ने के लिए नामांकित किया था.
बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में वरिष्ठ बीजद विधायक प्रदीप महारथी की मृत्यु के बाद पिपिली में उपचुनाव की आवश्यकता थी.
मंगराज के निधन के बाद उपचुनाव स्थगित किए गए
वहीं ओडिशा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुशील लोहानी के मुताबिक उपचुनाव को अब पिपिली में स्थगित कर दिया गया है. इस मामले की सूचना भारत निर्वाचन आयोग को भी दी गई है.लोहानी ने कहा, "हम एक और तारीख तय करेंगे और पार्टी के एक अन्य उम्मीदवार को नामांकन दाखिल करने का मौका दिया जाएगा.
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मंगराज की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया
इधर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अजीत मंगराज की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है, “दु: ख की इस घड़ी में, मैं शोक संतप्त परिवार के लिए अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं.”
वहीं कटक से कांग्रेस विधायक मोहम्मद मोकेम ने कहा कि अजीत बाबू के नाम से मशहूर अजीत मंगराज के आकस्मिक निधन से कांग्रेस को नुकसान हुआ है.
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