Ratna Bhandar: बीजेपी ने ओडिशा में चुनाव के दौरान जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार खोलने का वादा किया. रविवार (14 जुलाई) को पुरी में स्थित 12वीं सदी के मंदिर का रत्न भंडार 46 साल बाद खोला गया. हालांकि, अभी रत्न भंडार का एक हिस्सा खोला गया है, दूसरा हिस्सा अगले हफ्ते खोला जा सकता है. रत्न भंडार खोले जाने के बाद उसमें मौजूद वस्तुओं को लाल-पीले रंग के बक्सों में भरकर ले जाया गया है. इन्हीं के भीतर रत्न भंडार का रहस्य भी बंद हो गया है.  


अभी पुरी के जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार का बाहरी हिस्सा ही खोला गया है. भीतरी हिस्सा अगले कुछ दिनों में खोला जाएगा. इसके बाद ही पता चलेगा कि भीतरी तहखाने में मौजूद रत्न भंडार के हिस्से में क्या रहस्य छिपा हुआ है. भीतरी हिस्से के खुलने पर ये भी पता चलेगा कि इसमें किस तरह की चीजों को रखा गया है. अभी तक उस आधिकारिक तारीख का ऐलान नहीं हुआ है, जिस दिन भीतरी हिस्सा खुलने वाला है. उम्मीद है कि शुभ मुहूर्त देखकर इसका भी ऐलान किया जाएगा.


हाथ में औजार, सांप की टीमों के साथ खोला गया रत्न भंडार


दरअसल, रविवार की दोपहर को 1 बजकर 28 मिनट के मुहूर्त में रत्न भंडार को खोला गया. बाकायदा इसके लिए बड़े-बड़े टॉर्च और हाथ में औजार लेकर टीम अंदर घुसी थी. पूजा पाठ के बाद जिस वक्त गर्भ गृह का बाहरी हिस्सा खोला गया उस दौरान सरकार के प्रतिनिधि, ASI के अधिकारी, श्री गजपति महाराज के प्रतिनिधि और 4 सेवादारों सहित 11 लोग मौजूद थे. सांप पकड़ने वालों की दो टीमें बनाई गई थीं. एक अंदर गई थी और एक टीम बाहर तैनात थी.


6 बक्सों में सील हुआ रत्न भंडार का सामान


बाहरी रत्न भंडार का सामान करीब 4 घंटे तक जमा करने के बाद लकड़ी के 6 बक्सों में शिफ्ट करके सील कर दिया गया. इन बक्सों के अंदरूनी हिस्से में पीतल लगा हुआ है. एक अधिकारी ने बताया कि सागवान की लकड़ी से बनी ये संदूकें 4.5 फुट लंबी, 2.5 फुट ऊंची और 2.5 फुट चौड़ी हैं. अधिकारियों ने 15 बक्सों को बनाने का ऑर्डर दिया था. फिलहाल रत्न भंडार की चीजों की सूची बनाने का काम रविवार को नहीं शुरू हुआ और इममें समय लगेगा. 


46 साल पहले आखिरी बार खुला था रत्न भंडार


रत्न भंडार आखिरी बार 46 साल पहले 1978 में खोला गया था. इसके बाद 2018 में हाईकोर्ट ने भंडार खोलने का निर्देश दिया था. मगर चाबी गायब होने की बात कहकर भंडार नहीं खोला जा सका. बीजेपी ने इसे चुनाव में मुद्दा भी बनाया था. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रैलियों में इसका जिक्र करते रहे थे. अब बीजेपी सरकार ने रत्न भंडार खोलकर अपना वादा पूरा कर दिया है. हालांकि अभी इसकी गिनती और लिस्टिंग नहीं हुई है. इसलिए ठीक ठीक अंदाजा नहीं लगाया जा सकता कि रत्न भंडार से क्या कुछ निकला है. 


मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि रत्न भंडार के गहनों में पानी मिला है. फिलहाल इनर रत्न भंडार का पुराना ताला तोड़कर वहां नया ताला लगा दिया गया है. अब संभवत अगले हफ्ते इनर यानी भीतरी रत्न भंडार को खोलकर वहां का सामान हटाया जाएगा, जिसके बाद एएसआई की टीम को रत्न भंडार मरम्मत के लिए सौंप दिया जाएगा.


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