Similipal Tiger Reserve: ओडिशा के सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व में दुर्लभ मेलानिस्टिक बाघ की मौत, शरीर पर मिले चोट के निशान
Melanistic Tiger Death: बाघों की दुर्लभ प्रजातियों में शामिल मेलानिस्टिक टाइगर का ओडिशा के सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व में शव मिला है. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है.
Tiger Death In Similipal: पिछले काफी दिनों लगातार चीता की मौत की खबरों के बीच एक और दुर्लभ किस्म के बाघ की मौत की खबर सामने आई है. ओडिशा के मयूरभंज जिले के सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व में मेलानिस्टिक बाघ मृत पाया गया. इस टाइगर के शरीर पर चोट के निशान भी मिले हैं. फिलहाल मामले की जांच की जारी है. अधिकारियों का कहना है कि उसका पोस्टमॉर्टम कराया गया है, रिपोर्ट आने के बाद ही सही कारणों का पता चल पाएगा.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक इलाके के मुख्य वन संरक्षक प्रकाश चंद गोगिनेनी ने कहा, “सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व में कल एक दुर्लभ मेलेनिस्टिक बाघ मृत पाया गया था. जिसका आज पोस्टमॉर्टम कराया गया. मौत का शुरुआती कारण बाघ के शरीर पर चोट के निशान के आधार पर दो बाघों की लड़ाई माना जा रहा है. हालांकि जांच के नतीजे सामने आने के बाद ही मौत के सही कारण का पता चल पाएगा.”
3 से 3.5 साल उम्र का था बाघ
वहीं, इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, इस बाघ की उम्र तीन से साढ़े तीन साल रही होगी. वन और वन्य जीवन के प्रमुख मुख्य संरक्षक एसके पोपली का कहना है, “हमें रविवार सुबह को इस घटना का पता चला. बाघ के शव पर चोट के निशान मिले हैं जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि दो बाघों की आपसी लड़ाई में इस बाघ की मौत हुई है. नर बाघ आमतौर पर अपने इलाके की रक्षा के लिए आपस में संघर्ष करते हैं. ये कभी-कभी हिंसक हो जाते हैं.”
Odisha | A rare melanistic tiger was found dead in Similipal Tiger Reserve yesterday. The postmortem of the tiger was conducted today. Preliminary cause of death is suspected to be infighting between two males based on injury marks on the body. However, the test results will give… pic.twitter.com/C4nYePRvkm
— ANI (@ANI) May 1, 2023
साल 2016 के अखिल भारतीय बाघ सर्वेक्षण के अनुसार, सिमिलिपाल रिजर्व में तीन वयस्क मेलानिस्टिक बाघ थे, हालांकि पोपली ने कहा कि रिजर्व में रॉयल बंगाल टाइगर की संख्या लगभग 15 होगी. नवीनतम आंकड़े जुलाई में जारी किए जाएंगे.
क्यों दुर्लभ हैं मेलानिस्टिक बाघ?
दरअसल, सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व दुनिया की इकलौती ऐसी जगह है जहां पर मेलानिस्टिक बाघ पाए जाते हैं. इनके शरीर पर चौड़ी काली दारियां होती हैं और अन्य बाघों की तुलना में थोड़े मोटे भी होते हैं.
रिजर्व की वेबसाइट के मुताबिक, इन मेलानिस्टिक बाघों का दुनिया में कोई दूसरा घर नहीं है. ये बाघ स्यूडो-मेलानिस्टिक होते हैं क्योंकि इनके शरीर पर काली और पीली धारियां होती हैं. 2700 वर्ग किलोमीटर में फैले सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व तेदुआ, हाथी के साथ साथ अन्य जानवरों का घर भी है. यहां पर कई जीव ऐसे भी हैं जिनकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है.
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