ओड़िशा: गुजरात से लौटे प्रेमी जोड़े ने गांव के क्वारंटीन सेंटर में की शादी, स्थानीय लोग बने अभिभावक
ओड़िशा में एक प्रेमी जोड़े की क्वारंटीन सेंटर में होनेवाली शादी चर्चा में है.समारोह को सफल बनाने में स्थानीय प्रतिनिधियों ने अहम भूमिका निभाई.
ओड़िशा में एक प्रेमी जोड़े की शादी की खबर सुर्खियां बन गई है. दोनों ने अपनी शादी क्वारंटीन सेंटर में की. समारोह को सफल बनाने में सरपंच, वार्ड सदस्य, आशा कार्यकर्ता और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने मदद की. जबकि क्वारंटीन सेंटर में तैनात दो शिक्षकों ने अभिभावक की भूमिका निभाई.
क्वारंटीन सेंटर में प्रेमी जोड़े की शादी
एक ऐसे समय में जब कोरोना महामारी से दुनिया में अफरा तफरी फैली हुई है, ओड़िशा में एक नौजवान जोड़े की क्वांरटीन सेंटर में शादी कराई गई. दोनों में प्यार हो जाने के बाद प्रेमी जोड़ा अपने-अपने घरों से इस साल जनवरी में भागा था. मामला पुरी जिले के सगदा गांव का है. जहां रविवार को 19 वर्षीय युवक सौरभ दास अपनी गर्लफ्रेंड पिंकी रानी दास के साथ वैवाहिक जीवन में बंधा. दोनों ने 14 दिनों के क्वारंटीन पीरियड बिताने के बाद शादी की. सौरभ पिंकी रानी को इस साल जनवरी में अहमदाबाद लेकर चला गया था. मगर लॉकडाउन में प्लास्टिक फैक्ट्री के बंद हो जाने से सौरभ बेरोजगार हो गया. आर्थिक तंगी में घिरे प्रेमी जोड़े ने वापस गांव लौटने का फैसला किया.
दो शिक्षक बने अभिभावक
काफी दिक्कतों का सामना कर आखिरकार किसी तरह दोनों गांव पहुंचने में सफल रहे. जिसके बाद उन्हें क्वारंटीन सेंटर ले जाया गया. निमापारा बीडीओ मनोज बेहेरा ने बताया, “अहमदाबाद से लौटने के बाद दोनों 10 मई को क्वारंटीन सेंटर लाए गए थे. दोनों में कोविड-19 के लक्षण दिख रहे थे मगर जांच में उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई. सौरभ की गर्लफ्रेंड गर्भवती हो गई थी. इसलिए हमने दोनों की शादी कराने का फैसला किया. सगदा गांव के क्वारंटीन सेंटर में 14 दिन बिताने के बाद 24 मई को उनकी शादी करा दी गई.” दोनों के पारिवारिक सदस्यों की गैर मौजूदगी में क्वांरटीन सेंटर पर तैनात दो शिक्षक जोड़े के अभिभावक बने. समारोह को सफल बनाने में सरपंच, वार्ड सदस्य, आशा कार्यकर्ता और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भी भूमिका रही.
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