कुछ साल पहले बीजेडी ने किया सस्पेंड, अब बीजेपी में शामिल हुए चिल्का विधायक प्रशांत जगदेव
BJD MLA Joins BJP: लोकसभा चुनाव 2024 के चुनाव की घोषणा निर्वाचन आयोग कभी भी कर सकता है. इससे पहले नेताओं के दल बदल की प्रक्रिया जारी है.
Prashant Jagdev Joins BJP: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले नेताओं का एक पार्टी से दूसरी पार्टी में शामिल होने का सिलसिला जारी है. ओडिशा में कुछ साल पहले बीजेडी से सस्पेंड किए गए चिल्का विधायक प्रशांत जगदेव गुरुवार (29 फरवरी) को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए. इससे पहले मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के खास रहे ओडिशा के पूर्व मंत्री और बीजू जनता दल (बीजेडी) के वरिष्ठ नेता देवाशीष नायक भी बीजेपी में शामिल हुए थे.
प्रशांत जगदेव ने पार्टी मुख्यालय में पार्टी की ओडिशा सह-प्रभारी लता उसेंडी, भुवनेश्वर की सांसद अपराजिता सारंगी और राज्य इकाई के पूर्व अध्यक्ष समीर मोहंती की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ली. गोपालपुर से तीन बार के विधायक रहे प्रदीप पाणिग्रही के बाद प्रशांत जगदेव इस महीने बीजेपी में शामिल होने वाले दूसरे निष्कासित बीजेडी नेता हैं.
नवीन पटनायक को दी राजनीति से रिटायर होने की सलाह
पार्टी कार्यालय में बोलते हुए जगदेव ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को राजनीति से संन्यास लेने की सलाह दी. उन्होंने कहा, “नवीन बाबू मेरा बहुत सम्मान करते हैं. उन्होंने कई बार मेरी रक्षा भी की है लेकिन अब और नहीं. वह अब किसी की रक्षा करने की स्थिति में नहीं है. उन्हें अब राजनीति से दूर रहना चाहिए." उन्होंने आगे कहा, “मैं यहां ओडिशा में डबल इंजन वाली सरकार को महसूस कर सकता हूं. मैं फिलहाल एक्शन मूड में हूं. अब रिएक्शन का नहीं एक्शन का टाइम है."
पूर्व विधायक रघुनाथ साहू पर लगाया था साजिश रचने का आरोप
जनवरी 2023 में जगदेव ने उम्मीद जताई थी कि जल्द ही उनका निलंबन रद्द हो जाएगा, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ. जिसके बाद उन्होंने बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया. प्रशांत जगदेव ने 2009 में चिल्का से चुने गए पूर्व विधायक रघुनाथ साहू पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया था. वो पहले बेगुनिया से बीजेडी के विधायक थे. साल 2014 में बीजेपी के विभूति भूषण हरिचंदन ने उन्हें हरा दिया था लेकिन 2019 में उन्हें जीत मिली थी.
सस्पेंशन पर बीजेडी ने क्या कहा था?
बीजेडी नेता पिनाकी मिश्रा ने तब मीडिया से कहा था, "अगर तीन महीने के भीतर निलंबन रद्द नहीं किया जाता है तो इसे निष्कासन माना जाएगा. इसलिए, पार्टी की स्थिति यह है कि चिल्का विधायक को पार्टी से निष्कासित किया जाता है."
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