ओडिशा: जिनके पास नहीं है पहचान पत्र, उन्हें भी लगाया जाएगा एंटी कोविड टीका
राज्य सरकार ने ऐसे लोगों को कोविड-19 रोधी टीका लगाने का फैसला किया है जिन्हें संक्रमण का जोखिम अधिक है लेकिन जिनके पास कोई पहचान पत्र नहीं है.
भुवनेश्वर: ओडिशा में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 10,982 नए मामले सामने आए तथा 17 संक्रमितों की मौत हो गई. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. इस बीच राज्य सरकार ने ऐसे लोगों को कोविड-19 रोधी टीका लगाने का फैसला किया है जिन्हें संक्रमण का जोखिम अधिक है लेकिन जिनके पास कोई पहचान पत्र नहीं है.
अतिरिक्त मुख्य सचिव, स्वास्थ्य पीके महापात्र ने कहा कि पहचान पत्र के अभाव में ऐसे लोगों को टीके से वंचित नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे संवेदनशील लोगों को पहचान पत्र नहीं होने की स्थिति में टीका लगाने से इनकार नहीं किया जा सकता. इनमें खानाबदोश लोग, कैदी, मानसिक स्वास्थ्य केंद्रों में रहने वाले लोग, वृद्धाश्रम में रहने वाले लोग, भिखारी आदि शामिल हैं.’’
मंगलवार को 49,191 नमूनों की जांच के बाद ये नए मामले सामने आए. यहां जांच के बाद संक्रमण की दर (टेस्ट पॉजिटिविटी रेट या टीपीआर) 22.32 फीसदी है. राज्य में टीपीआर शुक्रवार से 20 फीसदी से अधिक बनी हुई है. राज्य में फिलहाल 98,230 संक्रमितों का उपचार चल रहा है.
अधिकारी ने बताया कि ओडिशा में संक्रमण के अब तक कुल 5,65,648 मामले सामने आ चुके हैं तथा 2,232 लोगों की मौत हो चुकी है. नए मामलों में से 6,149 मामले पृथक-वास केंद्रों से सामने आए जबकि 4,833 मामले संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों के हैं. सर्वाधिक 1,539 नए मामले खुर्दा जिले से हैं. इसके बाद सुदंरगढ़ में 964, कटक में 885, अंगुल में 539 मामले तथा संबलपुर में 454 नए मामले सामने आए हैं.
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