Odisha Train Accident: 'सुरक्षा पर ध्यान देने के बजाय ट्रेनों को दिखा रहे हरी झंडी', खरगे का PM मोदी पर निशाना, बोले- पीआर वाली नौटंकी...
Coromandel Express Derail: कांग्रेस अध्यक्ष ने भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाएं रोकने के लिए ऊपर से नीचे तक सभी पदों की जवाबदेही तय करने की अपील की. साथ ही उन्होंने खाली पदों को लेकर भी सवाल पूछा.
Mallikarjun Kharge On Odisha Train Accident: ओडिशा रेल हादसे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने रविवार (4 जून) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा, "पीएम मोदी (PM Modi) रेल सुरक्षा पर ध्यान नहीं देकर ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने में व्यस्त हैं." उन्होंने मांग करते हुए कहा, "भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ऊपर से नीचे तक सभी पदों की जवाबदेही तय करने की जरूरत है."
खरगे ने हादसे को लेकर ट्वीट कर कहा, "पीआर नौटंकी ने व्यवस्था की कार्य प्रणाली को खोखला बना दिया है." कांग्रेस अध्यक्ष ने रेलवे में तीन लाख पद खाली होने का जिक्र करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से भर्ती किए जाने वाले बड़े अधिकारियों के पद भी खाली हैं. बीते नौ वर्षों (केंद्र में मोदी सरकार के नौ वर्षों) में इन पदों को क्यों नहीं भरा गया. रेलवे बोर्ड ने हाल में खुद स्वीकार किया है कि मानव संसाधन की भारी कमी के चलते लोको पायलट (ट्रेन चालक) का लंबी अवधि तक काम करना दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या का मुख्य कारण है."
"केवल 4 प्रतिशत मार्गों पर ही कवच क्यों"
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, "भारत के रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड आर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) की तरफ से साल 2011 में विकसित ट्रेन टक्कर बचाव प्रणाली का नाम मोदी सरकार ने बदलकर ‘कवच’ कर दिया और मार्च 2022 में रेल मंत्री ने खुद इसका प्रदर्शन भी किया. फिर भी अब तक केवल 4 प्रतिशत मार्गों पर ही कवच क्यों लगाया गया है?" उन्होंने वंदे भारत ट्रेनों का जिक्र करते हुए कहा, "मोदी जी, आप आये दिन सफेद की गई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने में व्यस्त रहते हैं पर रेल सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं देते."
कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि दक्षिण पश्चिम रेलवे (एसडब्ल्यूआर) जोन (क्षेत्र) के प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक ने मैसुरु में दो ट्रेनों के आपस में टकराने से बच जाने का जिक्र करते हुए आठ फरवरी 2023 को सिग्नल व्यवस्था दुरुस्त करने का आग्रह किया था. खरगे ने सवाल किया, "उस पर रेल मंत्रालय ने अमल क्यों नहीं किया."
"कैग की रिपोर्ट को सरकार ने किया दरकिनार"
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "कैग की ताजा ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, 2017-18 और 2020-21 के बीच 10 में से लगभग सात रेल दुर्घटनाएं ट्रेनों के पटरी से उतरने की की वजह से हुईं. 2017 से लेकर 2021 में पूर्व तटीय रेलवे में सुरक्षा के लिए रेल मार्ग के रखरखाव का शून्य परीक्षण किया गया." उन्होंने आरोप लगाया कि इस रिपोर्ट को सरकार की तरफ से दरकिनार किया गया. कैग के अनुसार राष्ट्रीय रेल संरक्षा कोष में 79 प्रतिशत फंडिंग क्यों कम की गई, जबकि हर साल 20,000 करोड़ रुपये उपलब्ध कराया जाना था. उन्होंने सवाल किया, "आखिर रेल की पटरियों के रेनोवेशन की राशि में कमी क्यों आई."
ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार (2 जून) की शाम को हुए रेल हादसे में कम से कम 275 लोगों की मौत हो गई और घायलों की संख्या 1175 है. देश में पिछले करीब तीन दशकों में यह सबसे भयावह रेल हादसा है. इस हादसे में बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी शामिल है.
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