Odisha Train Accident Updates: ओडिशा के बालासोर में 2 जून की शाम करीब सात बजे भयानक रेल हादसे हुआ. इस हादसे ने 275 लोगों की जिंदगियां निगल लीं. वहीं एक बड़ी तादाद में यात्री घायल भी हुए. हादसे के बाद अगले 60 घंटे में काफी कुछ हुआ. न्यूज और सोशल मीडिया पर ये दुर्घटना लगातार सुर्खियों में बनी हुई है. आइए जानते हैं कि बालासोर ट्रेन हादसे में 60 घंटे में अब तक क्या-क्या हुआ?


रेल हादसे के 60 घंटों की टाइमलाइन



  • ओडिशा के बालासोर जिले में बहनागा रेलवे स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतर गई. उसके डिब्बे एक दूसरे ट्रेन और मालगाड़ी से टकरा गए. जैसे ही घटना की जानकारी मिली एनडीआरएफ समेत कई टीमें मौके पर पहुंच गई. बचावकर्मियों ने लोगों को मलबे से बाहर निकालना शुरू कर दिया.

  • हादसे की सूचना मिलते ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव दिल्ली से घटनास्थल पर पहुंचे. अगले दिन पीएम मोदी भी घटनास्थल पर पहुंचे और जांच के निर्देश दिए. इस बीच रेल मंत्री की कई फोटोज भी वायरल हुई जिनमें कभी वो घटनास्थल पर हादसे की जांच करते दिखे तो कभी रात में अधिकारियों संग मीटिंग करते दिखे.

  • जैसे ही हादसा हुआ तो एक के बाद एक मलबे से लाशें बरामद की गई. इतना ही नहीं शवों को रखने के लिए जगह तक भी नहीं मिल रही थी और हर जगह सिर्फ शव ही दिखाई दे रहे थे. रिपोर्ट के अनुसार, अभी 100 से ज्यादा शवों की पहचान नहीं हो पाई. कुछ शव भुवनेश्वर के एम्स में रखे गए हैं.

  • हादसे के बाद सियासत भी शुरू हो गई. तमाम विपक्षी दलों ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की. ममता बनर्जी ने मौत के आंकड़ों पर भी सवाल उठाए. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी मामले को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा. तर्क दिए गए कि लाल बहादुर शास्त्री और नीतीश कुमार ने भी रेल हादसे के बाद अपने कार्यकाल में इस्तीफा दे दिया था.

  • 35 घंटे बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि घटना के असल कारणों का पता चल गया है. ये हादसा इंटरलॉकिंग में बदलाव के चलते हुआ है. घटना में जिम्मेदार लोगों की पहचान भी कर ली गई है और जांच रिपोर्ट जल्द सामने आ जाएगी. जिस पर संजय निरुपम ने कहा- ''मंत्री जी कह रहे हैं, रूट कॉज का पता चल गया है. कमिश्नर, रेलवे सेफ़्टी ने जांच पूरी कर ली है.(इतनी जल्दी?) मान लिया. तब या तो रिपोर्ट सार्वजनिक करें या रूट कॉज बता दें. हवा में छल्ले ना उड़ाएं क्योंकि यह एक राष्ट्रीय त्रासदी हैं."

  • देशभर में रेलवे प्रशासन की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए. पटना रेलवे स्टेशन पर रेनीगुंटा, विजयवाड़ा, राजमुंद्री, तिरुपति इन चार शहरों के नंबर जारी किए गए हैं. इन नंबरों पर कॉल कर जानकारी हासिल कर सकते हैं.

  • रेलवे ने शुरुआती जांच में कोरोमंडल एक्सप्रेस के ड्राइवर को क्लीन चिट दे दी. रेलवे ने कहा कि कोरोमंडल एक्सप्रेस "अधिक गति से नहीं चल रही थी और उसे लूप लाइन में एंट्री करने के लिए हरी झंडी मिल गई थी, जिस पर एक मालगाड़ी खड़ी थी." इस तरह रेलवे ने ट्रेन के ड्राइवर की एक्सीडेंट में किसी भी भूमिका को नकार दिया है.

  • केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "दो लाइन में पटरी की मरम्मत का काम लगभग हो गया है. अब तक जो जानकारी मिली है उसके बाद रेलवे बोर्ड की तरफ से इस मामले की सीबीआई (CBI) जांच की सिफारिश की गई है."

  • 48 घंटे के भीतर ट्रैक से जुड़ा काम पूरा गया. ट्रैक पर ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो गई. 4 जून रात करीब 10 बजकर 40 मिनट पर पहली ट्रेन रवाना हुई. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मालगाड़ी को रवाना किया और इस दौरान कई मीडियाकर्मी और रेलवे अधिकारी भी वहां मौजूद रहे.

  • हादसे के बाद जब पटरियों की मरम्मत का काम पूरा हुआ तो रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी खुद को भावुक होने से नहीं रोक पाए. पटरियों के ठीक होने की जानकारी देने के लिए जैसे ही रेल मंत्री मीडिया से बातचीत करने लगे, तभी उनकी आवाज में नरमी आ गई और वो भावुक हो उठे. भारी गले से उन्होंने रिस्टोरेशन को लेकर जानकारी साझा की. 


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