Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार (2 जून) शाम को बड़ा रेल हादसा हो गया, जहां पर कोरोमंडल एक्सप्रेस सहित तीन ट्रेनें टकरा गई. खबर लिखे जाने तक ऐसे हादसों में बेहद अहम माने जाने वाले शुरुआती 12 घंटे पूरे हो चुके हैं. हम इस मामले में अब तक हुई प्रमुख कार्रवाईयों, और राहत-बचाव कार्यों के बारे में जानकारी देंगे. 


शुक्रवार (2 जून) की शाम को तीन ट्रेनों के टकराने से खबर लिखे जाने तक 233 लोगों की मौत हो चुकी है, और 900 से अधिक लोग घायल हैं. मृत शरीरों का पुलिस पोस्टमार्टम कर रही है और उनके परिजनों को पहचान पत्र दिखाने पर उनकी बॉडी को अंतिम सरकार के लिए सौंप दे रही है. 


सुबह 7 बजे मीडिया से बात करते हुए ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने राहत-बचाव कार्य के बारे में जानकारी दी, उन्होंने बताया...


1. अब तक 233 लोगों की मौत हो चुकी है, 900 से अधिक लोग घायल हैं.
2. इस दुर्घटना में एक बोगी को बुरी तरह से नुकसान पहुंचा है, उसके पूरी तरह से परखच्चे उड़ गये हैं. इस बोगी पर ही ट्रेन ने सीधी टक्कर मारी थी.
3. दुर्घटना के बाद रेलवे के चेयरमैन घटनास्थल पर मौजूद हैं, और बचाव कार्यों पर निगरानी कर रहे थे. 
4. राष्ट्रीय आपदा बचाव एंव राहत बल के डीजी भी घटनास्थल पर मौजूद हैं. 
5. बचाव अभियान चलाया जा रहा है. 
6. इन बोगियों को हटाने के लिए रेलवे की क्रेन की जरूरत पडेगी. 


क्या कह रहे हैं राहत-बचाव अधिकारी?
हादसे के 12 घंटे के बाद हुई प्रगति के बारे में पूछे जाने पर एनडीआरएफ के सीनियर अधिकारी जैकब किस्पोट्टा ने बताया, हमारी 6 टीमें कल रात से यहां काम कर रही हैं. हमारी डॉग स्क्वायड और मेडिकल टीम भी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई है, यह पूछे जाने पर कि क्या इन बोगियों में कोई व्यक्ति फंसा हुआ है? इस पर उन्होंने कहा, जितने भी ऐसे व्यक्ति जो जीवित थे, घायल थे, या जिनके जीवित होने की संभावना थी उनको रेस्क्यू कर लिया गया है. 


अभी राहत एजेंसियां सिर्फ शवों को निकालने का काम कर रही हैं, क्योंकि बोगियों के अंदर अभी सिर्फ क्षत-विक्षत शवों को निकालने का काम ही शेष रह गया है. वहीं एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सभी बोगियों में सघन तलाशी का काम इस उम्मीद के साथ जारी है कि उनको कोई व्यक्ति जीवित/घायल अवस्था में मिल जाए. 


हादसे के तुरंत बाद सरकार ने क्या कदम उठाए?


1. CPRO दक्षिण रेलवे ने चेन्नई हावड़ा कोरोमंडल एक्सप्रेस ओडिशा के बालासोर में बहानागा स्टेशन के पास पटरी से उतरने की सूचना देते हुए हादसे की पुष्टी की. 


2. थोड़ी देर बाद राज्य सरकार ने भी घटना की पुष्टी करते हुए राज्य बचाव एजेंसियों और जिला प्रशासन को घायलों को हर तरह की मदद के साथ सभी सुविधाएं और सहायता दिए जाने का आदेश दिया. 


3. पश्चिम बंगाल प्रशासन भी मदद के लिए एक्टिव हो गया. मुख्य सचिव हरि कृष्ण द्विवेदी ने कहा, कोरोमंडल एक्सप्रेस रेल दुर्घटना की जानकारी मिलते ही हमने रेलवे अथॉरिटीज से संपर्क किया और हमने अपना कंट्रोल रूम भी एक्टिवेट कर दिया. हम ओडिशा सरकार के साथ नियमित संपर्क में हैं, बंगाल से एक उच्च स्तरीय टीम भी बालासोर के लिए रवाना कर दी गई.


4. प्रधानमंत्री मोदी ने रेलवे दुर्घटना पर दुख जताते हुए कहा, ट्रेन हादसे से व्यथित हूं और दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. घायल जल्द स्वस्थ हों. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और स्थिति का जायजा लिया. दुर्घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी है 


5. रेलवे बोर्ड के सूचना विभाग के कार्यकारी निदेशक अमिताभ शर्मा ने घायलों की संख्या और ट्रेन एक्सीडेंट के बारे में पहली आधिकारिक जानकारी दी. 


6. डीआईजी  (NDRF) मनोज कुमार यादव ने राहत-बचाव अभियान के बारे में अपनी प्राथमिकता के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा, हमारी प्राथमिकता बचाव अभियान की है, और अभी प्रारंभिक दौर में जितनी जान बचा सकते हैं वह बचा रहे हैं. 


7. रेल मंत्री ने घटना की जांच के आदेश दिए. 


8. उडीसा में राज्य सरकार ने एकदिवसीय शोक की घोषणा की है.


घटनास्थल पर पहुंच कर क्या बोले रेल मंत्री?
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बालासोर में कहा, यह बहुत ही बड़ी घटना है, सभी दिवंगत आत्माओं के साथ हमारी प्रार्थना है, सभी विभागों की टीमें यहां मौजूद हैं. सभी जगह से मोबालाईजेशन किया है, उन सभी परिवारों के साथ मेरी प्रार्थना है, जिनके परिवार का मेंबर नहीं रहा है, जहां कहीं भी बेस्ट सुविधा है, वहां स्वास्थ्य ईलाज करवाया जाएगा. 


एक हाईलेवल कमेटी भी तय हो गई है, इस एक्सीड़ेंट के तय तक जाएंगे, और पूरी घटना को समझा जाएगा. अभी सारा फोकस रेस्क्यू पर है, यह जिस तरीके की घटना है, मानवीय संवेदना हमें रखनी है, रेस्टोरेशन का काम तुरंत चालू होगा. रेलवे, NDRF, SDRF की टीम बचाव कार्य में जुटी है. फिलहाल हमारा ध्यान बचाव कार्य पर है. राहत और बचाव कार्य खत्म होने के बाद ही बहाली का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. पहले से ही बहाली के लिए मशीनें तैनात हैं.


क्या बोले हादसे में जिंदा बचे लोग
इस दुखद हादसे में जिंदा बचे लोगों ने बताया, वह ट्रेन में बैठे थे अचानक से जोर से धमाका हुआ और मेरे ऊपर लोग गिर पड़े, थोड़ी देर बाद जब हम ट्रेन से बाहर निकले तो हमने देखा, किसी का हाथ कटा हुआ है तो किसी का पैर कटा हुआ है या किसी का चेहरा बिगड़ा हुआ है. हम बाहर आए, मेरे हाथ में और गर्दन में काफी दर्द हो रहा है, बाकी अभी हमारी स्थिति ठीक है.


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