Coromandel Train Accident: कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) के इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने शनिवार (3 जून) को कहा, "रेल मंत्री बार-बार कहते हैं कि हमारा सिस्टम फुलप्रूफ है तो किसी भी तरह से इस प्रकार का हादसा नहीं हो सकता. लाल बहादुर शास्त्री ने पूर्व में एक रेल हादसे में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था."
ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम को कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने के बाद ये भीषण हादसा हुआ. जिसमें अब तक 288 लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, "रेल मंत्री खुद उड़ीसा काडर के आईएएस हैं. हमें मोदी जी के मंत्रिमंडल से ऐसी उम्मीद नहीं है, लेकिन उनमें थोड़ी बहुत शर्म होगी तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए."
विपक्षी नेताओं ने मांगा रेल मंत्री का इस्तीफा
दिग्विजय सिंह के अलावा कई अन्य नेताओं ने भी रेल मंत्री का इस्तीफा मांगा है. महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता बालासाहेब थोराट ने कहा, "केंद्र सरकार संवेदनशील नहीं है और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए दुर्घटना रोधी कवच प्रणाली का क्या हुआ. प्रधानमंत्री की ओर से नई रेलगाड़ियों का उद्घाटन किए जाने के मौके पर भी रेल मंत्री कभी नहीं दिखते. उन्हें इस दुखद दुर्घटना के बाद इस्तीफा दे देना चाहिए."
"कई सवाल उठाने की जरूरत है"
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, "इस दुर्घटना को लेकर कई सवाल उठाने की जरूरत है, लेकिन उनकी पार्टी इन सवालों को रविवार को उठाएगी." रमेश ने ट्वीट किया, "ओडिशा में हुआ रेल हादसा वाकई बहुत दर्दनाक है. ये अत्यंत दुख का विषय है. ये हादसा इस बात पर सोचने के लिए बाध्य करता है कि रेल नेटवर्क के कामकाज में सुरक्षा हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता क्यों होनी चाहिए. ऐसे कई सवाल हैं जिन्हें उठाने की जरूरत है, लेकिन आज नहीं कल उठाएंगे."
तृणमूल कांग्रेस ने भी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की है. टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा, "केंद्र ऐसे हादसों को रोकने के लिए ट्रेनों में टक्कर रोधी उपकरणों को लगाने के बजाय विपक्षी नेताओं की जासूसी करने के लिए सॉफ्टवेयर पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है. गरीब लोग केंद्र सरकार की उदासीनता का खामियाजा भुगत रहे हैं."
ये भी पढ़ें-