Coromandel Express Derail: ओडिशा ट्रेन हादसे के बाद रेलवे अलर्ट हो गया है. हादसा इतना भयानक था कि 275 लोगों की जान चली गई. दुर्घटना के कुछ दिन बाद ही रेलवे ने नया सर्कुलर जारी कर दिया. सोमवार (5 जून) को रेलवे ने अपने जोनल मुख्यालय को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि स्टेशन रिले रूम और कंपाउंड हाउसिंग सिग्नलिंग इक्विपमेंट में डबल लॉक की व्यवस्था हो.
ओडिशा ट्रिपल ट्रेन हादसे की शुरुआती जांच में दुर्घटना की वजह सिग्नलिंग डिस्टरबेंस बताया गया है. HT की रिपोर्ट के मुताबिक, रेलवे ने यह भी निर्देश दिया कि स्टेशन सीमा के भीतर सभी 'गुमटी' हाउसिंग सिग्नलिंग इक्विपमेंट पर विशेष ध्यान देना चाहिए. साथ ही इसके लिए एक सुरक्षा अभियान भी शुरू किया जाना चाहिए.
डबल लॉकिंग व्यवस्था की जानी चाहिए सुनिश्चित
रेलवे ने सभी जोन के जनरल मैनेजर को लेटर लिखकर कहा है कि स्टेशनों के सभी रिले रूम की जांच की जाए और 'डबल लॉकिंग अरेंजमेंट' के सही तरीके से काम करने को सुनिश्चित किया जाए. इसकी जांच की जाए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इन रिले रूम के 'दरवाजा खोलने/बंद करने' के लिए 'डेटा लॉगिंग और एसएमएस अलर्ट सही तरीके से काम कर रहा है या नहीं.
रेलवे ने यह भी निर्देश दिया कि यह जांच की जाए कि सिग्नलिंग और टेलीकम्युनिकेशन इक्विपमेंट के लिए डिस्कनेक्शन और रीकनेक्शन की व्यवस्था को मानदंडों और दिशानिर्देशों के अनुसार कड़ाई से पालन किया जा रहा है. इसके अलावा इसमें कहा गया है कि अभियान के दौरान पाई गई सभी कमियों और इरेगुलेरिटीज अप्रोप्रिएट फॉलो अप एक्शन लिया जाना चाहिए.
ओडिशा के बालासोर में 2 जून की शाम करीब 7 बजे बड़ा रेल हादसा हो गया था. रेलवे अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक हादसे में ट्रेनों के डिब्बे पटरी से उतर गए थे. हादसा कोरोमंडल एक्सप्रेस, मालगाड़ी और बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के बीच हुआ था. हादसे में 275 लोगों की जान चली गई और 900 से ज्यादा लोग घायल हो गए.
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