Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार (3 जून) को हुए रेल एक्सीडेंट में 288 लोगों को मौत हो गई. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, 1 हजार से ज्यादा यात्री घायल हुए हैं. इन लोगों को राज्य के बालासोर जिला अस्पताल और सोरो हॉस्पिटल सहित राज्य के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. इस पूरे हादसे के दौरान सरकार और बचावकर्मियों के अलावा लोगों ने भी हॉस्पिटल से लेकर दुर्घटनास्थल तक में चोटिल और मृतकों के परिजनों की मदद की.


इसी बीच कटक में स्थित एससीबी मेडिकल कॉलेज के डॉ जयंत पांडा ने बताया कि इस कठिन समय में लोग आगे आ रहे और हमारी मदद कर रहे हैं. उन्होंने कहा,  ''युवा, एनजीओ और छात्रों की अस्पताल में खून दान देने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी है. लोग लाइन में लगे हैं. हमने शुक्रवार (2 जून) 3000 यूनिट से ज्यादा रक्तदान मिल चुका है. हमने पीएम और सीएम रिलीफ फंड मे भी दान किया है, लेकिन हादस में जान गंवाने की संखया बढ़ रही है.''


पुलिसकर्मी भी खून देने पहुंचे
बालासोर जिला मुख्यालय अस्पताल में अतिरिक्त जिला चिकित्सा अधिकारी (एडीएमओ) डॉ. मृत्युंजय मिश्रा ने भी बताया कि हम यह देखकर वाकई हैरान है कि बड़ी संख्या में युवा खून देने पहुंचे. हमने रात भर में करीब 500 यूनिट रक्त एकत्र किया. सभी का शुक्रिया. यह जीवन में एक बार होने वाला अनुभव है. वहीं न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक  पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग स्वेच्छा से यहां और कई अन्य अस्पतालों में रक्तदान कर रहे हैं. 






कैसे हुआ एक्सीडेंट?
शुक्रवार शाम सात बजे 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे. इसके बाद पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए. फिर कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, इससे तीनों रेल दुर्घटना की चेपट में आ गई. 


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