Odisha Train Accident: 3 ट्रेनें, 4 ट्रैक... कुछ ही मिनटों में चली गई सैंकड़ों लोगों की जान, जानें कैसे हुआ ओडिशा रेल हादसा
Coromandel Express Derail: ओडिशा के बालासोर जिले में हुए रेल हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 261 हो गई है. जब ये दुर्घटना हुई तब ज्यादातर यात्री सो रहे थे.
Coromandel Train Accident: रेल इतिहास के सबसे भीषण हादसों में से एक ओडिशा ट्रेन एक्सीडेंट में अब तक 261 लोगों की जान चली गई है. इस हादसे में तीन ट्रेनें- शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस, बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी शामिल थी. ये घटना तब हुई जब यात्री ट्रेन कोरोमंडल शालीमार एक्सप्रेस (Coromandel Express) पटरी से उतरकर मालगाड़ी से टकराई और इसके कुछ डिब्बे बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट (Bengaluru-Howrah Superfast Express) से भी जा टकराए.
रेलवे के अनुसार, हादसे में 600 से ज्यादा घायल हुए हैं. मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना भी है. ये भीषण दुर्घटना ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार (2 जून) शाम 7 बजे के आसपास हुई जब कई यात्री सो रहे थे. चेन्नई जा रही कोरोमंडल शालीमार एक्सप्रेस अपनी पटरी से उतर गई और एक मालगाड़ी से जा टकराई. इसके बाद इस ट्रेन के कई डिब्बे पलट गए.
कुछ ही मिनटों में हुआ भीषण हादसा
इसी बीच बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट पटरी से उतरे डिब्बों से टकरा गई. टक्कर के वक्त दोनों ट्रेनें तेज गति से चल रही थीं. कोरोमंडल एक्सप्रेस अपलाइन में तेज गति से आ रही थी. जबकि यशवंतपुर एक्सप्रेस डाउनलाइन में आ रही थी. वहीं मालगाड़ी कॉमन लूप में थी. अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शाम 6:50 बजे से 7:10 बजे के बीच कुछ ही मिनटों में ये दुर्घटना हुई है. रेलवे ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं.
आरक्षित डिब्बे का कोई यात्री हताहत नहीं
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि इस दुर्घटना में बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के आरक्षित डिब्बे का कोई यात्री हताहत नहीं हुआ है. जबकि सामान्य डिब्बे में बैठे कुछ यात्री घायल हुए हैं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें हादसे की जानकारी मिलने के कुछ देर बाद ही घटना स्थल पर पहुंच गई थीं. घायल यात्रियों को आसपास के अस्पतालों में भर्ती करवाया गया. घायल यात्रियों के राहत एवं बचाव कार्य में सेना की टुकड़ियों को तैनात किया गया और वायुसेना क विमान भी राहत कार्य में लगाया गया.
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