Odisha Train Accident: 'एक जोर का झटका लगा और सब खत्म..', मिलिए उस शख्स से जिसने मौत के मंजर को सबसे करीब से देखा
Coromandel Express Derail: जितेंद्र नाईक नाम के शख्स ने रेल हादसे में मौत के मंजर को काफी करीब से देखा. खुद जिंदा बच गए, इसे वह एक चमत्कार मानते हैं.
Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में हुए भयानक रेल हादसे ने सबको हिला कर रख दिया है. इस हादसे के बाद हर कोई उस रूह कंपा देने वाले मंजर की ही बात कर रहा है जिसने 275 लोगों की जान ले ली. वहीं इस हादसे के बीच एक ऐसा शख्स भी था जिसने इस पूरे मंजर को करीब से देखा. वो शख्स कोई और नहीं बल्कि बालासोर के रहने वाले चश्मदीद यात्री जितेंद्र नाईक हैं जिन्होंने बताया कि दुर्घटना के वक्त आखिर क्या हुआ था.
चश्मदीद यात्री जितेंद्र नाईक ने कहा, ''मैं कोरोमंडल एक्सप्रेस की जनरल बोगी में यात्रा कर रहा था और उस बोगी में 100 से ज्यादा यात्री सवार थे और उस दौरान काफी भीड़ थी, जिसके चलते मैं नीचे बैठ गया. जैसे ही ट्रेन चलने लगी तो कुछ ही मिनटों में वाइबरेशन होने लगा. ऐसा लगा कि ट्रेन हिल रही है और फिर जोर का झटका लगा. उसके बाद क्या हुआ पता नहीं चला और ट्रेन में धुआं उठने लगा. मैंने देखा कि किसी का हाथ कटा हुआ था तो किसी का पैर और किसी का चेहरा तो पूरी तरह खराब हो चुका था.''
'मेरी जान बचना किसी चमत्कार से कम नहीं..'
जितेंद्र नाईक ने आगे कहा, ''जब मैं ट्रेन से बाहर आया तो मुझे पता चला कि मुझे एक नई जिंदगी मिली है. मैंने मलबे में से खुद को बहुत मुश्किल से निकाला, मैं बचने वाला नहीं था. कोई भी मेरे पास नहीं आया था, मैं किसी तरह से वहां से निकल गया. वहां बहुत सारे ऐसे लोग थे जो चिल्ला रहे थे कि हमें बचा लो. मेरी जनरल बोगी में अधिकतर लोग जिंदा नहीं बचे थे और मैं भगवान को शुक्रिया कहता हूं कि उन्होंने मेरी जान बचाई. ये किसी चमत्कार से कम नहीं है''.
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