Coromandel Train Accident: ओडिशा के बालासोर में हुए दर्दनाक रेल हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. हादसे के बाद रविवार (4 जून) को ओडिशा पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा है कि कुछ सोशल मीडिया अकाउंट इस हादसे को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि रेल हादसे के बारे में किसी भी तरह का भ्रामक पोस्ट शेयर करने से बचे.


ओडिशा पुलिस ने कहा, झूठे और भ्रामक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से समुदायों को एक दूसरे के खिलाफ भड़काने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.


ओडिशा पुलिस ने जारी किया बयान


ओडिशा पुलिस ने बयान में आगे कहा, "जो लोग हादसे को लेकर झूठी सोशल मीडिया पोस्ट शेयर कर रहे हैं हम उन सभी लोगों से अपील करते हैं कि वो ऐसा करने से बचें. झूठी अफवाह फैलाकर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ लीगल एक्शन लिया जाएगा. रेल हादसे के कारणों और अन्य सभी पहलुओं की जांच की जा रही है."


अश्विनी वैष्णव ने दुर्घटना के कारण को लेकर कही ये बात


वहीं हादसे को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि दुर्घटना के असल कारण का पता लगा लिया गया है और इसके लिए जिम्मेदार अपराधियों की पहचान कर ली गई है. बालासोर जिले में दुर्घटनास्थल पर मौजूद होने के दौरान उन्होंने कहा, 'यह (हादसा) इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग और प्वाइंट मशीन में किए गए बदलाव के कारण हुआ.'


इसके साथ ही अधिकारियों ने कोरोमंडल एक्सप्रेस के चालक को भी यह कहकर क्लीन चिट दे दी कि उसके पास आगे बढ़ने के लिए हरी झंडी थी और वह अनुमत गति से अधिक रफ्तार में ट्रेन को नहीं चला रहा था.


बता दें कि शुक्रवार (02 जून) को बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी से जुड़ा यह भीषण हादसा  शाम लगभग सात बजे हुआ, जिसमें कम से कम 275 लोगों की मौत हो गई और 1,100 से अधिक लोग घायल हो गए.


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