Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में दर्दनाक ट्रेन हादसे में 288 लोगों की मौत और 900 से ज्यादा लोगों के घायल होने के बाद भी सियासत जारी है. विपक्षी पार्टियां रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पर इस्तीफा देने का दबाव बना रही हैं. अब शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. प्रियंका ने गुजरात के मोरबी पुल का संदर्भ देते हुए कहा कि जल्द ही यह भी एक्ट ऑफ गॉड यानी 'ईश्वर का कार्य' हो जाएगा. 


'किसी रेलवे बाबू को भी पद नहीं छोड़ना चाहिए..'


शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव को लेकर ट्वीट में लिखा, जिस तरह एक मंत्री के रूप में उन्हें पद नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि संकट की इस घड़ी में उनकी बहुत आवश्यकता है, उसी तरह इस क्षेत्र को संभालने वाले किसी भी वरिष्ठ रेलवे बाबू को भी पद नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि उनका इनपुट क्रिटिकल है. जल्द ही यह बता दिया जाएगा कि किसी ने 288 से ज्यादा लोगों को नहीं मारा, यह एक एक्ट ऑफ गॉड था.






वहीं तृणमूल प्रवक्ता साकेत गोखले ने इस रेल हादसे को लेकर पूछा कि देश में पूर्णकालिक रेल मंत्री क्यों नहीं है और अश्विनी वैष्णव के पास दो अन्य मंत्रालयों का प्रभार क्यों हैं?


पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने कहा- ''ज्ञानेश्वरी घटना 2010 में रिपोर्ट में पाया गया कि यह तोड़फोड़ का मामला था. यदि यह ट्रेन वास्तव में लूप लाइन पर गई है, तो किसी प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक चीज होनी चाहिए क्योंकि लोको पायलट के पास स्टीयरिंग नहीं है जहां वह कहीं भी जा सके और किसी तरह का इलेक्ट्रॉनिक लॉक सिस्टम है तो किसी ने जानबूझकर ऐसा किया होगा. दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि मैं किसी निष्कर्ष पर नहीं जा रहा हूं क्योंकि रिपोर्ट आने तक कुछ नहीं कहा जा सकता लेकिन यह बहुत अजीब है, ट्रेन लूप लाइन पर कैसे जा सकती है?" 


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