Odisha Train Accident: 'किसी का पैर कटा हुआ था तो किसी का हाथ मलबे में....' जीवित यात्रियों ने बताया हादसे के वक्त का खौफनाक मंजर
Coromandel Express Accident: ओडिशा के बालासोर में ट्रेन के पटरी से उतरने की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 288 हो गई, जबकि कम से कम 900 लोग घायल हुए हैं.
Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार (2 जून) शाम को हुए एक बड़े रेल हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. हादसे में अब तक 288 लोगों की जान चली गई. ऐसे में इस भयानक मंजर के बाद जिंदा बचे लोगों ने हादसे की डरावनी कहानियां शेयर की और बताया कि जब ट्रेनें आपस में टकराईं थीं तो किसी का पैर कटा हुआ था तो किसी का चेहरा पूरी तरह खराब हो चुका था.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोमंडल-शालीमार एक्सप्रेस से चेन्नई जा रहे दिहाड़ी मजदूर संजय मुखिया उस दौरान शौचालय गए हुए थे, तभी उन्हें जोर का झटका लगा. बिहार के रहने वाले मुखिया ने अपनी चोट दिखाते हुए बताया कि सब कुछ हिल रहा था और हम कोच को गिरते हुए महसूस कर सकते थे. कुछ ही देर में उन्हें मलबे से बाहर निकाल लिया गया.
'किसी का पैर कटा हुआ था तो किसी का चेहरा..'
यात्री संजय ने आगे बताया कि हादसा इतना खौफनाक था कि रेल के डिब्बे एक दूसरे के ऊपर पड़े हुए थे और सभी यात्रियों का सामान बिखरा हुआ पड़ा था. जिसके बाद बचाव अभियान के बाद लाशों को मलबे से बाहर निकाला गया. वहीं दूसरे शख्स ने बताया कि उस मलबे में कटे हुए हाथ-पैर और दूसरे अंग बिखरे हुए थे. हमें समझ नहीं आ रहा था कि हम क्या करें?
तीसरे यात्री ने बताया कि जब ट्रेन पटरी से उतरी तब मैं सो रहा था. करीब 10 से 15 लोग मेरे ऊपर गिर गए. जब मैं कोच से बाहर आया तो मैंने देखा कि चारों तरफ अंग बिखरे हुए थे. किसी का एक पैर कटा हुआ था तो वहीं दूसरे का हाथ मलबे में दबा हुआ था. इसके अलावा किसी का चेहरा बुरी तरह से खराब हो गया था.
कैसे तीन ट्रेनों की एक साथ हुई टक्कर?
दरअसल, 2 जून की शाम जब बेंगलुरू-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस हावड़ा की ओर जा रही थी तो इसी दौरान कई डिब्बे पटरी से उतरकर गिर गए. वहीं दूसरी ओर शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस इस एक्सप्रेस के डिब्बों से टकरा गई. इसके बाद कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे सामने से आ रही मालगाड़ी के डिब्बों से भी टकरा गए. ये दर्दनाक हादसा बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन के पास हुआ.