Coromandel Train Accident: ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार (2 जून) को हुए रेल हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या एक बार फिर अपडेट हुई है. ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने रविवार (4 जून) को जानकारी दी कि हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या 288 नहीं, बल्कि 275 है.


राज्य मुख्य सचिव ने कहा कि हताहतों का आंकड़ा डीएम की ओर से जांचा गया था और यह पाया गया कि कुछ शवों को दो बार गिन लिया गया था. इसलिए जान गंवाने वालों की संख्या में संशोधन कर आंकड़े को 275 कर दिया गया है. मुख्य सचिव ने कहा कि 275 में से 88 शवों की पहचान कर ली गई है.






700 से ज्यादा घायलों की इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी


मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य की फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला भी मुर्दाघर में रखे सभी शवों का डीएनए टेस्ट कर रही है. उन्होंने कहा कि हादसे में घायल हुए 1,175 लोगों में से 793 को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. 


रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताई हादसे की वजह


इससे पहले रविवार को ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हादसे वजह बताई और दुर्घटनाग्रस्त इलाके में बुधवार तक सेवा की फिर से बहाली की उम्मीद जताई. रेल मंत्री ने कहा कि हादसे का कारण रेलवे सिग्नल के लिए जरूरी ‘प्वाइंट मशीन’ और ‘इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग’ सिस्टम से संबंधित है. उन्होंने कहा कि ‘इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग’ में हुए बदलाव की पहचान कर ली गई है, जिसकी वजह से हादसा हुआ.


बता दें कि शुक्रवार शाम करीब 7 बजे बालासोर में बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस मुख्य लाइन के बजाय लूप लाइन में चली गई थी, जिससे उसकी भिड़ंत वहां खड़ी एक मालगाड़ी से हो गई. वहीं, बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस भी इसी हादसे की चपेट में आ गई थी. इस हादसे के कारण एक हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.


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