Odisha Train Accident Live: रेल हादसे में मारे गए 100 से ज्यादा लोगों की नहीं हुई पहचान, रेल मंत्री का दावा- घटना का कारण का पता चल गया
Coromandel Express Derails News Live: ओडिशा के बालासोर में 2 जून की शाम करीब साढ़े सात बजे 3 ट्रेनें हादसे का शिकार हो गई. हादसे में 288 लोगों ने जान गंवा दी है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने ट्वीट में लिखा, "मोदी जी, आप आए दिन सफेद की गई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने में व्यस्त रहते हैं पर रेल सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं देते. ऊपर से नीचे तक के पदों की जवाबदेही तय करनी होगी जिससे कि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को होने से रोका जा सके. तभी इस हादसे के पीड़ितों को न्याय मिलेगा. रेलवे में 3 लाख पद खाली हैं, बड़े अधिकारियों के पद भी खाली हैं, जो PMO भर्ती करता है, उनको 9 सालों में क्यों नहीं भरा गया?"
बालासोर रेल हादसे की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल हुई है. ये याचिका विशाल तिवारी नाम के वकील ने दाखिल की है. सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज की अध्यक्षता में जांच आयोग बनाने की मांग की गई है. रेलवे सुरक्षा को लेकर भी पूर्व जज की अध्यक्षता में विशेषज्ञ कमिटी बनाने की मांग है. साथ ही रेल दुर्घटना से बचाने वाले 'कवच' सिस्टम को जल्द से जल्द लागू करने की मांग की गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बालासोर ट्रेन हादसे में घायल लोगों के इलाज के संबंध में भुवनेश्वर एम्स के वरिष्ठ डॉक्टरों और अधिकारियों के साथ बैठक की.
पीएम नरेंद्र मोदी ने रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से फोन पर बात की है. प्रधानमंत्री ने अश्विनी वैष्णव से कार्य प्रगति की जानकारी ली और उन्हें पीड़ितों की मदद के लिए हर संभव प्रयास के निर्देश दिए. अश्वनी वैष्णव पिछले 2 दिन से घटनास्थल पर अधिकारियों के साथ डटे हैं.
ओडिशा रेल हादसे में 100 से ज्यादा शवों को भुवनेश्वर एम्स भेजा गया है. सूत्रों से जानकारी मिली है कि ये शव बालासोर में सड़ रहे थे. ये वो सब शव हैं जिनकी अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है या फिर कोई लेने नहीं आया है.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दावा किया है कि ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे के कारण का पता चल गया है. उन्होंने कहा, "कल प्रधानमंत्री जी ने बोला उसके उनुसार काम हो रहा है. इस घटना का कारण पता चल गया है. बुधवार सुबह तक हालत समान्य हो जाएंगें."
पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी बालासोर के उस स्थान पर पहुंचे जहां भीषण ट्रेन हादसा हुआ था. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "घटना के बाद जो भी कार्य होने चाहिए वो हो रहे हैं. मैं ऐसा नहीं कहूंगा कि कोशिश नहीं की जा रही है बिल्कुल कोशिश की जा रही है... मैं राहत टीमों की सराहना करना चाहता हूं. ये सारे कार्य घटना घटने के बाद हो रहे हैं. इस तरीके की तत्परता अगर घटना के पहले होती तो शायद हमें ये हादसा देखने को नहीं मिलता."
बालासोर ट्रेन दुर्घटना स्थल पर मरम्मत का काम चल रहा है. रेल मंत्रालय के मुताबिक, 1000 से अधिक कर्मी काम में लगे हैं. शीघ्र बहाली के लिए 7 से अधिक पोकलेन मशीन, 2 दुर्घटना राहत ट्रेन, 3-4 रेलवे और रोड क्रेन तैनात हैं. दुर्घटना में 288 लोगों की मृत्यु और 1000 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
बालासोर ट्रेन हादसे के मृतकों के शवों को AIIMS भुवनेश्वर में लाया गया. DCP प्रतीक सिंह ने बताया, "जितनी मृत्यु हुई हैं उनमें से 160 शवों को लाया जा रहा है. AIIMS में सबसे बड़ा सेंटर है जहां करीब 100 शवों को रखा जा सकता है और अन्य शवों को अन्य अस्पतालों में रखा जाएगा. सारे शवों की तस्वीर लेकर एक डेटाबेस तैयार किया जा रहा है जिससे शवों के परिचित लोग हेल्प डेस्क पर फोटो देखकर पता लगा सकें कि उनको कौन से अस्पताल जाना है."
ओडिशा में पटरी से उतरी कोरोमंडल एक्सप्रेस में सवार यात्री एक विशेष ट्रेन से तमिलनाडु के चेन्नई रेलवे स्टेशन पहुंचे. यात्रियों की मदद के लिए पुलिस, TDRF और कमांडो तैनात हैं. स्टेशन के बाहर एंबुलेंस, टैक्सी और बसें भी मौजूद हैं. तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री एमए. सुब्रमण्यम ने कहा, यहां पहुंचे सभी यात्री सुरक्षित हैं. 7 यात्रियों को मामूली चोटें आई हैं और 2 को एक्स-रे के लिए अस्पताल भेजा गया है. हम लगातार बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं और मुख्यमंत्री स्टालिन भी कंट्रोल रूम के जरिए हर चीज की निगरानी कर रहे हैं.
आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ओडिशा जाकर घायलों से मिलेंगे. एक दिन पहले पीएम मोदी बालासोर पहुंचे थे. वहां ग्राउंड जीरो का दौरा करने के बाद उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही थी.
बालासोर ट्रेन हादसे में 288 लोगों की मौत और रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने के बाद पटरियां दुरुस्त करने का काम जोरों पर चल रहा है. अब तक हावड़ा-चेन्नई रूट की 90 ट्रेनें रद्द- 46 का रूट बदला गया. कल तक ट्रैक दुरुस्त होने की उम्मीद.
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ''ओडिशा रेल हादसे को लेकर दुनिया के नेताओं के शोक संदेशों से बेहद प्रभावित हूं. उनके विनम्र शब्द शोक संतप्त परिवारों को शक्ति देंगे. उनके समर्थन के लिए आभार.''
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ''मैं रेलवे, एनडीआरएफ, ओडीआरएएफ, स्थानीय अधिकारियों, पुलिस, अग्निशमन सेवा, वालंटियर्स और अन्य लोगों की टीमों से संबंधित प्रत्येक व्यक्ति की सराहना करता हूं जो बिना थके जमीन पर काम कर रहे हैं और बचाव कार्यों को मजबूत कर रहे हैं. उनके समर्पण पर गर्व है.''
दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आदित्य कुमार चौधरी ने कहा, ''पूरी टीम लगी हुई है. हम सभी काम पर लगे हुए हैं. जितना जल्दी हो सके हम यातायात बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं.''
एनडीआरएफ अधिकारी मोहसिन शाहिदी ने कहा, ''अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक 288 शव बरामद किए गए हैं और करीब 1000 से अधिक लोग घायल हुए हैं जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. अभियान तकरीबन आखिरी चरण में है.''
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा है कि सभी एयरलाइनों को सलाह दी जाती है कि वे मृतकों के अवशेषों को उन राज्यों में वापस लाने की सुविधा के लिए पूरा सहयोग दें जहां वे रहा करते थे.
ओडिशा के स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी है कि अब तक 1175 मरीजों को निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया था, जिनमें से 793 मरीजों को छुट्टी दे दी गई है. 382 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं जिनमें से 2 की हालत गंभीर है. अन्य सभी की हालत स्थिर है.
सूत्रों ने जानकारी दी है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ओडिशा ट्रेन दुर्घटना के घायल पीड़ितों को दी जा रही चिकित्सा सहायता का जायजा लेने के लिए रविवार (4 जून) को भुवनेश्वर एम्स और कटक में मेडिकल कॉलेज का दौरा करेंगे.
ओडिशा ट्रेन हादसे को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि वह मामले में पूरी तरह से पारदर्शिता चाहते हैं. उन्होंने कहा कि यह राजनीति का समय नहीं है.
ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना कहा, ''रेस्क्यू ऑपरेशन लगभग पूरा हो चुका है. आखिरी बोगी का ऑपरेशन शुरू हो गया है. अभी तक जान गंवाने वालों की संख्या लगभग 288 हो चुकी है. 800 घायलों का इलाज चल रहा है.''
भारतीय नौसेना ने INS चिल्का से सर्जिकल विशेषज्ञों, चिकित्सा सहायकों, एंबुलेंस और सहायता सेवाओं समेत 43 कर्मियों की एक मेडिकल और सहायता टीम बालासोर भेजी है. मेडिकल टीम बालासोर के जिला मुख्यालय अस्पताल में घायलों का इलाज कर रही है.
दिल्ली के सूचना प्रकाशन रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक अमिताभ शर्मा ने कहा, ''2 घंटे पहले मिली जानकारी के मुताबिक 58 ट्रेनें रद्द हुई हैं और 81 ट्रेनों का मार्ग बदला गया है. 10 ट्रेनें शॉर्ट टर्मिनेटेड हुई हैं. बहाली का काम स्थल पर बहुत जोर से चल रहा है और बहुत जल्द बहाली हो जाएगा.''
ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे के पीड़ितों का आंकड़ा लगातार अपडेट हो रहा है. रेल अधिकारियों ने जानकारी दी कि शनिवार (3 जून) को दोपहर 2 बजे तक हादसे के कारण जान गंवाने वालों संख्या बढ़कर 288 हो गई, जबकि 747 लोग घायल हुए हैं और 56 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
पीएम मोदी ने बालासोर के अस्पताल में पीड़ितों से मिलने के बाद मीडिया से कहा, ''जिन लोगों ने अपना जीवन खोया है, यह बहुत दर्दनाक और संवेदना से भी परे मन को विचलित करने वाला है. जिन परिवारजनों को इंजरी हुई है, सरकार उनके उत्तम स्वास्थ्य के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी. सरकार के लिए घटना अत्यंत गंभीर है. हर प्रकार की जांच के निर्देश दिए गए हैं. जो भी दोषी पाया जाएगा, उसको सख्त से सख्त सजा हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा.''
ओडिशा रेल हादसे के बाद पीएम मोदी बालासोर में हैं. उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया. इसके बाद वह बालासोर के अस्पताल पहुंचे हैं. पीएम मोदी घायलों से मिल रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा रेल हादसे के बाद राज्य के दौरे पर हैं. बालासोर में घटनास्थल का जायजा लेने के बाद वह अस्पताल पहुंचे हैं. यहां वह घायलों से मिलेंगे.
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने कहा, ''ओडिशा रेल दुर्घटना हृदय विदारक है. जो परिवार इस हादसे से टूटे हैं हमें उनके साथ चट्टान की तरह खड़ा होना होगा. मेरा सभी साथी सांसदों से निवेदन है कि हम सभी अपनी तनख्वाह का एक हिस्सा शोक संतप्त परिजनों के नाम कर उनकी मदद के लिए आगे आएं. पहले उन्हें सहारा मिले, फिर न्याय.''
ओडिशा के बालासोर में ट्रेन दुर्घटनास्थल पर स्थिति का जायजा लेने के बाद पीएम मोदी अस्पताल के लिए रवाना हुए हैं. वह हादसे पीड़ितों से मिलेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ बालासोर में ट्रेन दुर्घटनास्थल पर स्थिति का जायजा ले रहे हैं.
पीएम मोदी ओडिशा के बालासोर में घटनास्थल का जायजा ले रहे हैं. पीएम के दौरे की तस्वीरें भी लगातार अपडेट हो रही हैं.
नेशनल कांफ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला ने हादसे को लेकर कई सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा, ''ये बहुत अफसोसजनक घटना है. इसमें 250 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो गई है और कई लोगों का हालत गंभीर है. कुछ दिन पहले रेल मंत्री ने बयान दिया था कि अब एक्सीडेंट नहीं होंगे. अगर एक ट्रेन का एक्सीडेंट हुआ तो बाकी 2 ट्रेन कैसे नहीं रोकी गईं. मामले की तहकीकात करना जरूरी है.''
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, ''भयानक ट्रेन हादसे की खबर दिल दहला देने वाली है. इतना भयानक हादसा पहले कभी नहीं हुआ. अभी तक किसी कन्नडिगा के मरने की सूचना नहीं है. रेल मंत्रालय को बताना चाहिए कि यह गलती किसने की. हमने अपने मंत्री संतोष लाड को दुर्घटनास्थल पर भेजा है. वे जानकारी प्राप्त करेंगे और आगे की जानकारी देंगे. दिवंगत आत्माओं को शांति मिले.''
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा के बालासोर पहुंचे हैं. वह घटनास्थल और स्थिति का जायजा ले रहे हैं.
#WATCH प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्थिति का जायजा लेने के लिए बालासोर ट्रेन दुर्घटना स्थल पर पहुंचे। #OdishaTrainAccident pic.twitter.com/ombyLlmb58
ओडिशा रेल हादसे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि राजनीति से ऊपर उठकर दलों को मदद के लिए आगे आना चाहिए. उन्होंने कहा, ''मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं.'' इसी के साथ उन्होंने पीएम मोदी और रेल मंत्री से सवाल किया कि ऐसी चीजें क्यों हो रही हैं और इसके लिए कौन जिम्मेदार है.
बालासोर में हुए रेल हादसे के बाद घटनास्थल का जायजा लेने पहुंची पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि ट्रेन में एंटी कॉलिजन डिवाइस नहीं था.
ओडिशा में हुए रेल हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बालासोर पहुंचे हैं. वह यहां घायलों से मिलेंगे और घटना का जायजा लेंगे.
सरकारी सूत्र ने बताया कि जिस वक्त कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन का बहनागा बाजार स्टेशन के पास स्टेशनरी मालगाड़ी से टकराने का हादसा हुआ, ट्रेन पूरी गति से चल रही थी क्योंकि उसे स्टेशन पर रुकना नहीं था. टक्कर इतनी जोरदार थी कि इसके 21 डिब्बे पटरी से उतर गए थे और 3 डिब्बे दूसरी लाइन (डीएन लाइन) पर चले गए थे. वहीं, यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस बहनागा बाजार स्टेशन से गुजर रही थी और वह भी चपेट में आ गई. उसके पिछले 2 डिब्बे पटरी से उतर गए थे.
पश्चिम बंगाल सरकार ने ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में जान गंवाने वाले बंगाल के प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को 5-5 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. गंभीर रूप से घायल लोगों को 1 लाख रुपये और मामूली रूप चोटिल हुए लोगों को 50,000 रुपये की मदद दी जाएगी.
रेलवे बोर्ड के मेंबर्स ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, 1257 यात्री रिजर्व कोरोमंडल एक्सप्रेस में बैठे थे जबकि 1039 रिजर्व पेसेंजर यशवंत एक्सप्रेस में थे. अपलाइन में कोरोमंडल एक्सप्रेस फ़ुल स्पीड से आ रही थी और स्टेशन पर रुकना नहीं था. जबकि डाउनलाइन में यशवंत एक्सप्रेस आ रही यशवंतपुर से हावड़ा की ओर जा रही थी. कॉमन लूप में मालगाड़ी खड़ी थी. ग्रीन सिग्नल कोरोमंडल एक्सप्रेस को मिली थी. कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतरी गई और कुछ डिब्बे मालगाड़ी से टकरा गए. कुछ डब्बे यशवंतपुर एक्सप्रेस से टकराए जिसके बाद हादसा हुआ. हादसे की वजह कोरोमंडल का डीरेल होना है जिसकी वजह से बाक़ी दोनों ट्रेन चपेट में आयी."
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ओडिशा में हुई घातक ट्रेन दुर्घटना पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक संदेश में अपनी संवेदना व्यक्त की. भारत में रूसी दूतावास ने अपने संदेश में लिखा, "इस दुखद दुर्घटना में जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति हमारी संवेदनाएं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं."
ओडिशा के बालासोर में रेल हादसे वाली जगह पर पहुंचीं ममता बनर्जी ने कहा, "यह अब तक का सबसे बड़ा रेल हादसा है. ऐसा ही हादसा 1981 में भी हुआ था. इस ट्रेन में एंटी कोलिशन डिवाइस नहीं था, अगर वह होता तो यह हादसा नहीं होता. हमारे राज्य के जिन लोगों की इस हादसे में मृत्यु हो गई उनके परिजनों को हम 5-5 लाख रुपए देंगे. हम राहत और बचाव कार्य में राज्य सरकार और रेलवे का पूरा सहयोग करेंगे."
दक्षिण पूर्व रेलवे ने बताया, अब तक मिली जानकारी के मुताबिक बालासोर रेल हादसे में अबतक 261 लोगों की मृत्यु हो गई है. घायल यात्रियों को गोपालपुर, खंटापारा, बालासोर, भद्रक और सोरो के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के बाद पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी बालासोर में रेल हादसे वाली जगह पर पहुंचीं. यहां उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "ओडिशा सरकार के साथ हम समन्वय बनाकर काम कर रहे हैं. हमने डॉक्टर और एंबुलेंस भेजी हैं. इसमें एंटी कॉलीजन डिवाइस नहीं लगी थी जिसकी जान चली गई, वो जिंदगी वापस नहीं मिलेगी. अब रेस्क्यू पर फोकस होना चाहिए.
पीएम नरेंद्र मोदी रेल हादसे वाली जगह बालासोर के लिए रवाना हो चुके हैं. करीब 2 बजे भुवनेश्वर लैंड करेंगे.
कांग्रेस नेता पवन बंसल ने कहा, "सरकार को जितना मुआवजा दिया है उससे अधिक देना चाहिए. सरकार को और पैसा देना चाहिए. पीएम केयर्स फंड के माध्यम से जिससे बहुत पैसा इकट्ठा हुआ था. ये हाई प्रोफाउल मामला है."
कर्नाटक रेलवे के डीआईजी शशि कुमार ने बताया, ओडिशा के बालासोर में हुए भयंकर ट्रेन हादसे में कर्नाटक के सभी यात्री सुरक्षित हैं. कर्नाटक से जा रही ट्रेन को भी नुकसान पहुंचा है. उसके 23 कोच में से तीन क्षतिग्रस्त हुए हैं. अब तक उन कोचों में कर्नाटक के किसी यात्री के होने की जानकारी नहीं है. दुर्घटना के बाद से ही रेलवे अधिकारी ओडिशा में अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा, "तमिलनाडु के हर मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये और घायलों को एक-एक लाख रुपये तमिलनाडु सरकार की ओर दिए जाएंगे. बचाव और राहत कार्य करने के लिए अतिरिक्त अधिकारियों को नियुक्त किया गया है."
बालासोर रेल दुर्घटना के बाद एक ही परिवार के तीन सदस्य सुरक्षित अपने घर लौटे. उन्होंने बताया, "हम खड़गपुर से चेन्नई जा रहे थे. बालासोर के पास ही हमें एक झटका लगा और लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरने लगे. हमें समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है, हमें बचने की उम्मीद नहीं थी."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बालासोर ट्रेन दुर्घटना के संबंध में स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की.
बालासोर रेल हादसे के बाद ट्रेन में मौजूद कुछ लोगों को लेकर एक ट्रेन हावड़ा स्टेशन पहुंची है. दक्षिण पूर्व रेलवे के SDGM ने कहा, इस ट्रेन में 200 यात्री थे, जिनमें से ज्यादातर लोग मद्रास जा रहे थे. हमने यात्रियों को सुविधा दी थी कि वे अपने घर के पास वाले स्टेशन पर उतर सकते हैं, ऐसे में बहुत से लोग रास्ते में उतर चुके हैं. अब जो दूसरी ट्रेन आ रही है उसमें 1000 यात्री आ रहे हैं.
ओडिशा के बालासोर में रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो चुका है. रेलवे के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने कहा, पीएम खुद घटनास्थल का दौरा करेंगे. दो एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी इन्वॉल्व्ड हैं हादसे में. कटक, बालासोर और घटनास्थल के लिए तीन टीम गठित की गयी हैं. 39 ट्रेन डायवर्ट रूट से शुरू की गयी है जो ज़िम्मेदार है उसपर कार्रवाई की जाएगी. रिपोर्ट का इंतजार है.
पीएम नरेंद्र मोदी आज ओडिशा जाएंगे. पहले वह बालासोर में हुए रेल हादसे वाले दुर्घटनास्थल का दौरा करेंगे और फिर कटक के अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात करेंगे.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और नागरिक सुरक्षा (एनडीआरएफ) ने बताया, NDRF की 9 टीमें मौके पर तैनात हैं. घटना के सवा घंटे के अंदर हमारी पहली टीम वहां पहुंच गई थी. बचाव अभियान में 300 से ज्यादा लोग लगे हुए हैं.
ओडिशा के बालासोर में ट्रेन हादसे को लेकर पीएम मोदी एक्शन मोड में आ गए हैं. उन्होंने अब तक राहत-बचाव अभियान की जानकारी के लिए एक बैठक बुलाई है.
ओडिशा में हुए भयानक ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 288 पर पहुंच गई है. हादसे के 15 घंटे से ज्यादा बीत चुके हैं अब भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. ट्रेन की बोगियों में अब भी लोगों के फंसे होनी की खबर है.
NCP नेता अजीत पवार रेल हादसे पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की बात कही है. उन्होंने कहा, "यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, रेल विभाग को इसकी जांच कर जो दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. रेलवे को यात्रियों की जान को अहमियत देनी चाहिए. पहले रेल मंत्री ऐसे रेल हादसों पर इस्तीफा दे देते थे, लेकिन अब कोई बोलने को तैयार नहीं."
तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन, शिव शंकर और अंबिल महेश चेन्नई एयरपोर्ट पहुंचे. वह ओडिशा के बालासोर की यात्रा कर रहे हैं जहां रेल हादसे में 238 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और लगभग 900 लोग घायल हैं. तमिलनाडु मंत्री उधयनिधि स्टालिन ने कहा, 'हम मौजूदा स्थिति की जानकारी लेने के लिए वहां जा रहे हैं. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने ओडिशा के मुख्यमंत्री से बात की है. तमिलनाडु में रेल दुर्घटना से प्रभावित तमिल लोगों के लिए अस्पताल की सुविधा भी तैयार है.'
दक्षिण पूर्व रेलवे ने कहा, अब तक मिली जानकारी के मुताबिक 238 लोगों की मृत्यु हुई है. लगभग 650 घायल यात्रियों को गोपालपुर, खंटापारा, बालासोर, भद्रक और सोरो के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, "हादसे में जो भी लोग हताहत हुए हैं उनके परिवारजनों के प्रति मेरी संवेदना है. ईश्वर उन्हें अपनों चरणों में जगह दे."
बीजेपी ने मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने के मौके पर आज होने वाले देशभर के सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए. उडीसा में हुई रेल दुर्घटना के कारण सभी कार्यक्रम स्थगित किए गए.
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. इस दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात कर स्थिति का जायज़ा लिया.
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "बहुत ही बड़ी घटना है, सभी दिवंगत आत्माओं के साथ हमारी प्रार्थना है, हमारी सभी विभागों की टीमें मौजूद है. सभी जगह से मोबालाईजेशन किया है, उन सभी परिवारों के साथ मेरी प्रार्थना है, जिनके परिवार का मेंबर नहीं रहा है, जहां कहीं भी बेस्ट सुविधा है, वहां स्वास्थ्य ईलाज करवाया जाएगा. एक हाईलेवल कमेटी भी तय हो गई है, इस एक्सीडेंट के तय तक जाएंगे और पूरी घटना को समझा जाएगा. अभी सारा फोकस रेस्क्यू पर है. यह जिस तरीके की घटना है, मानवीय संवेदना हमें रखनी है, रेस्टोरेशन का काम तुरंत चालू होगा."
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव बालासोर में हुई ट्रेन दुर्घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया.
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कोलकाता की अपनी यात्रा बीच में ही छोड़ दी और ओडिशा के बालासोर पहुंच गए हैं. वहीं ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक सुबह आठ बजे के आसपास पहुंचेगे. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सुबह दस बजे हेलीकॉप्टर से आएंगी.
ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने कहा, अब तक 900 लोगों के घायल होने की सूचना है, उनका इलाज चल रहा है. 233 लोगों के शव बरामद हुए हैं. राहत और बचाव कार्य जारी है. NDRF, ODRAF और दमकल विभाग की टीम मौके पर मौजूद है.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बालासोर ट्रेन हादसे पर दुख जताते हुए कहा, "ये भयावह रेल हादसा अत्यंत ही दुखद और मन को शोकाकुल कर देने वाला है. मैं इस हृदय विदारक घटना से मर्माहत हूं. इस भीषण रेल दुर्घटना को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने केंद्र सरकार के 9 साल पूरे होने के अवसर पर होने वाले कार्यक्रमों के साथ–साथ देश भर में होने वाले अपने सारे कार्यक्रमों को आज के लिए स्थगित कर दिया है. मैं परमपिता परमेश्वर से शोक संतप्त परिवारों को इस असहनीय पीड़ा को सहने की शक्ति प्रदान करने की कामना करता हूं. ईश्वर मृत आत्माओं को अपने चरणों में स्थान दें."
- ट्रेन नंबर- 22807 जो टाटा जमशेदपुर होते हुए जाएगी.
- ट्रेन नंबर- 22873 ये भी टाटा जमशेदपुर होते हुए जाएगी.
- ट्रेन नंबर- 18409 ये भी टाटा जमशेदपुर की ओर डायवर्ट की गई है.
- ट्रेन नंबर- 22817 इसे भी टाटा की ओर डायवर्ट किया गया है.
- ट्रेन नंबर 15929 इस ट्रेन को वापस भदरक वापस बुलाया गया है.
- 12840 चेन्नई सेंट्रल-हावड़ा वर्तमान में खड़गपुर मंडल में जारोली से होकर चलेगी.
- 18048 वास्को डी गामा - शालीमार को कटक, सालगांव, अंगुल के रास्ते डायवर्ट किया गया.
- 22850 सिकंदराबाद-शालीमार साप्ताहिक ट्रेनों का रूट डायवर्ट करके वाया कटक, सालगांव, अंगुल से चलाई जाएंगी.
ओडिशा के बालासोर ट्रेन हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 233 पर पहुंच गई है. यहां रात भर से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. अस्पतालों में घायलों का अंबार लग गया है.
बालासोर पहुंचीं TMC सांसद डोला सेन ने कहा कि मैंने ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना अपनी ज़िंदगी में कभी नहीं देखी. दोनों यात्री ट्रेनें पूरी तरह से भरी हुईं थीं. दोनों ट्रेनों में मिलाकर 3000-4000 लोगों के होने की आशंका है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यहां सुबह आ सकती हैं. ममता बनर्जी ने मिदनापुर से SDO, SDPO, ADM, डॉक्टर आदि को भेजा है.अभी तक मृतकों की संख्या 207 हुई है लेकिन हमें लग रहा है कि यह आंकड़ा और बढ़ेगा क्योंकि अभी ट्रेन के नीचे से लोगों को नहीं निकाला गया है.
ओडिशा के सूचना और जनसंपर्क विभाग ने बताया कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक दिन के राजकीय शोक का आदेश दिया है. इसलिए पूरे राज्य में 3 जून को कोई उत्सव नहीं मनाया जाएगा.
ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने रात के करीब साढ़े तीन बजे बताया कि बालासोर ट्रेन हादसे में अब तक 207 लोगों की जान जा चुकी है और 900 से ज्यादा यात्री जख्मी हैं.
ओडिशा के बालासोर में हुए हादसे के बारे में कोरोमंडल एक्सप्रेस के एक यात्री ने कहा कि हम S5 बोगी में थे और जिस समय हादसा हुआ उस उस समय मैं सोया हुआ था. हमने देखा कि किसी का सर, हाथ, पैर नहीं है. हमारी सीट के नीचे एक 2 साल का बच्चा था जो पूरी तरह से सुरक्षित है. बाद में हमने उसके परिवार वालों को बचाया.
ओडिशा के बालासोर में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे पर अमेरिकी विदेश विभाग के दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो (SCA) ने भी शोक जताया है.
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने ओडिशा में हुए भीषण ट्रेन हादसे को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की है. टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्र ऐसे हादसों को रोकने के लिए ट्रेनों में टक्कर रोधी डिवाइस लगवाने की उपेक्षा करते हुए विपक्षी नेताओं की जासूसी करने के लिए सॉफ्टवेयर पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है.
रात के करीब दो बजे अधिकारियों ने बताया कि ओडिशा के बालासोर ट्रेन एक्सीडेंट में 120 लोगों की मौत हो गई और 800 से अधिक यात्री जख्मी हो गए.
ओडिशा के बालासोर में हुए तीन ट्रेन से जुड़े भीषण हादसे के बाद लंबी दूरी की 18 ट्रेन को रद्द कर दिया गया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सात ट्रेन का मार्ग बदला गया है. अधिकारी ने कहा कि 12837 हावड़ा-पुरी सुपरफास्ट एक्सप्रेस, 12863 हावड़ा-बेंगलुरु सुपरफास्ट एक्सप्रेस, 12839 हावड़ा-चेन्नई मेल रद्द कर दी गई. उन्होंने कहा कि 12895 हावड़ा-पुरी सुपरफास्ट एक्सप्रेस, 20831 हावड़ा-संबलपुर एक्सप्रेस और 02837 संतरागाछी-पुरी एक्सप्रेस भी रद्द कर दी गई है.
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मैंने यह पता लगाने के लिए उच्च-स्तरीय जांच करने का आदेश दिया है कि यह दुर्घटना क्यों हुई. मुख्य कारण तक पहुंचना महत्वपूर्ण है.
ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने कहा, ''हमें रात 11 बजकर 45 मिनट पर प्राप्त ताजा जानकारी के अनुसार, 600 लोग घायल हुए हैं और उन्हें अस्पताल में ले जाया गया है. मृतकों की सही संख्या अभी प्राप्त नहीं हुई है. अभी तक हमें मृतकों की संख्या के बारे में जो आंकड़ा मिला है वह 55-60 के बीच है.''
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट किया, ''ओडिशा में बालेश्वर (बालासोर) के पास शालीमार चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बों के पटरी से उतर जाने की खबर दुखद है. हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि. ईश्वर से प्रार्थना है कि जीवित बचे लोगों को यह सदमा सहने की शक्ति दें और घायलों के शीघ्र स्वस्थ करें.''
ओडिशा के बालासोर में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे की तस्वीरें लगातार सामने आ रही हैं. यहां दो यात्री ट्रेनें और एक मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई. मौके पर राहत और बचाव अभियान जारी है.
ओडिशा के बालासोर में हुए भयानक ट्रेन हादसे के पीड़ितों में से एक सोम्यारंजन सेठी ने घटना के बारे में बताया, ''6:45 बजे कुछ आवाज आई, मालूम चला कि ट्रेन एक्सिडेंट हुआ. एक्सीडेंट के बाद जब बोगी रुकी तो मैं पहले निकला, मेरे साथ जो तीन-चार आदमी थे, उनको रेस्क्यू किया. एक आदमी मुझे नीचे लेकर आया. थोड़ा पानी पिलाया फिर गाड़ी में बैठाकर मेडिकल लेकर आया.'' शख्स ने बताया कि 200 के आसापास लोग घायल हो चुके हैं. उसने कहा कि एंबुलेंस तुरंत आ गई थीं. फायर स्टेशन को भी सूचना दी गई थी, वो लोग भी आ गए थे.
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉक्टर मनसुख मांडविया ने ट्वीट किया, ''ओडिशा के बालासोर में हुई रेल दुर्घटना का समाचार सुनकर स्तब्ध हूं. इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति मैं अपनी गहन संवेदना प्रकट करता हूं. ईश्वर से प्रार्थना है की सभी घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें.'' इसी के एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ''भुवनेश्वर एम्स में इमरजेंसी, ICU और OT बेड्स की व्यवस्था के साथ सभी डॉक्टर, नर्स और स्टाफ को दुर्घटना में घायल हुए लोगों की हर संभव मदद करने के निर्देश दिए गए हैं.''
भद्रक जिले के डीएम सिद्धेश्वर बलिराम बोंदर ने कहा, ''अभी हमें 10 मरीज मिले हैं. उनका पूरा सही तरीके से इलाज चल रहा है. हमारी एंबुलेंस और बसें वहां भेजी गई हैं. यहां डिस्ट्रिक्ट हेडक्वार्टर हॉस्पिटल में करीब 150 बेड की व्यवस्था कर दी है. अन्य निजी अस्पतालों में भी हम 150 बेड तैयार कर रहे हैं. अभी जितने भी मरीज आए, उन्हें भर्ती किया गया है. जिला प्रशासन की ओर से सभी की सौ फीसदी मदद की जाएगी.''
ओडिशा के बालासोर में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे के पीड़ितों का आंकड़ा लगातार अपडेट हो रहा है. अधिकारियों ने जानकारी दी है कि हादसे में अब तक 70 लोगों की मौत हुई है.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने हादसे पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं. सीएम केसीआर ने राज्य और केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि घायलों को बेहतर उपचार प्रदान करने के लिए कदम उठाए जाएं और हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को पर्याप्त सहायता प्रदान की जाए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा ट्रेन हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है. पीएमओ के मुताबिक, घायलों के लिए 50 हजार रुपये दिए जाने की घोषणा की गई है.
एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने कहा कि हादसे में 500 से ज्यादा लोग जख्मी हो सकते हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चल रहा है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं.
एनडीआरएफ के डीआईजी मनोज यादव ने ओडिशा के बालासोर में ट्रेन हादसे के बाद चल रहे राहत और बचाव अभियान के बारे में जानकारी दी है.
ओडिशा के बालासोर जिले में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे के बाद मौके से एक वीडियो सामने आया है. हादसे में दो यात्री ट्रेनें और एक मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई हैं. मौके पर राहत-बचाव अभियान जारी है.
एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट किया, ''ओडिशा में हुए दर्दनाक रेल हादसे के बारे में सुनकर दुख हुआ. जिन लोगों का निधन हुआ है, उनके परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है. सभी घायलों के शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की आशा करता हूं.''
ओडिशा के डेवलपमेंट कमिश्नर ने कहा है, ''चूंकि अन्य ट्रेनों को प्रभावित रूटों पर पड़ने वाले जिलों में रोका जाएगा, इसलिए कलेक्टरों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि सभी यात्री सुरक्षित रहें. उन्हें कहा गया है कि जिन जगहों पर ऐसी ट्रेनें रुकी हों, वहां पानी, साफ-सफाई, सुरक्षा, भोजन आदि सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं. राशि का भुगतान सीएमआरएफ की ओर से किया जाएगा.''
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे. उन्होंने कहा, ‘‘पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए.’’ अधिकारी ने कहा कि कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी हादसे की चपेट में आ गई.
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ट्वीट किया, ''ओडिशा के बालासोर में कोरोमंडल एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के दुखद समाचार से व्यथित हूं. मेरी संवेदनाएं और प्रार्थना इस त्रासदी से प्रभावित हुए परिवारों के साथ हैं.''
ओडिशा के बालासोर में हुए दर्दनाक रेल हादसे के पीड़ितों का आंकड़ा लगातार अपडेट हो रहा है. अधिकारियों ने जानकारी दी है कि हादसे में 50 लोग जान गंवा चुके हैं और 350 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे के बाद देश शोक में डूबा है. शनिवार (3 जून) को मुंबई-गोवा वंदे भारत ट्रेन के होने वाले उद्घाटन कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ट्रेन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हरी झंडी दिखाने वाले थे.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ''ओडिशा के बालासोर में कोरोमंडल एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के दुखद समाचार से व्यथित हूं. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से आग्रह करता हूं कि बचाव के प्रयासों के लिए जरूरी सभी सहायता प्रदान करें.''
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी हादसे को लेकर दुख जताया है. उन्होंने कहा, ''ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन दुर्घटना का दुखद समाचार मिला. मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि सभी घायलों को जल्द स्वास्थ्य लाभ मिले. सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील है कि राहत कार्यों में पूर्ण सहयोग करें.''
स्थानीय विधायक स्वरूप कुमार दास ने कहा, ''जहां पर हादसा हुआ है मैं वहीं पर हूं. जो कोरोमंडल एक्सप्रेस है उसके करीब 20 कोच पटरी से उतरे हैं और बुरी तरह क्षतिग्रस्त हैं. बचाव कार्य बेहद तेजी से चल रहा है. स्थानीय लोगों से बहुत मदद मिली है. पास के चार अस्पतालों में पचास से ज्यादा एंबुलेंस के जरिये घायलों को पहुंचाया जा रहा है. अभी घटना को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है, अप और डाउन दोनों लाइनें प्रभावित हुई हैं.''
रेलवे के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने कहा, ''अभी मौतों के बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगा. कोई भी अफवाह न फैलाए जिससे की लोगों को कोई परेशानी न हो.'' उन्होंने कहा, ''शाम करीब 7 बजे शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस के 10-12 डिब्बे बालेश्वर के पास पटरी से उतर गए और विपरीत ट्रैक पर गिर गए. कुछ समय बाद यशवंतपुर से हावड़ा जाने वाली एक और ट्रेन पटरी से उतरे डिब्बों से टकरा गई, जिसके परिणामस्वरूप उसके 3-4 डिब्बे पटरी से उतर गए. रेलवे की ओर से रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है. घटनास्थल पर ऐंबुलेंस पहुंच चुकी हैं. सहायता नंबर भी जारी किए गए हैं. रेलवे की टीम घायलों को बचाने का और अस्पताल पहुंचाने का पूरा प्रयास कर रही हैं.''
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''ओडिशा में हुआ ये दर्दनाक रेल हादसा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और व्यथित कर देने वाला है. इस दुखद हादसे में जिन्होंने अपनों को खो दिया उन सभी परिवारों के प्रति में मेरी संवेदनाएं हैं. ईश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने चरणों में स्थान दें और उनके परिवारों को इस मुश्किल घड़ी में हिम्मत और साहस दें.''
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पीड़ितों के लिए मुआवजा राशि की घोषणा की है. उन्होंने ट्वीट करके बताया कि हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल लोगों को 2 लाख रुपये और मामूली रूप से चोटिल हुए लोगों को 50 हजार रुपये की मदद दी जाएगी.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ट्वीट किया, ''ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे में कई लोगों की मौत अत्यंत दुखद है. ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें. असीम पीड़ा की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं. हादसे में घायलों के स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं.''
ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने कहा, ''एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर हैं. रेस्क्यू फोर्स के 600-700 जवान काम कर रहे हैं. रातभर रेस्क्यू ऑपरेशन चलेगा और सभी अस्पताल सहयोग दे रहे हैं. हमारी तत्काल चिंता पीड़ितों को बचाने की है. संबंधित अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं.''
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट किया, ''ओडिशा में घटनास्थल पर पहुंच रहा हूं. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना. भुवनेश्वर और कोलकाता से बचाव दल जुटाया गया है. एनडीआरएफ, राज्य सरकार, टीमें और एयरफोर्स भी जुट गई है. बचाव अभियान के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे.''
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्वीट किया, ''ओडिशा के बालासोर में दुर्भाग्यपूर्ण रेल हादसे में लोगों की मौत के बारे में जानकर गहरा दुख है. मेरी संवेदना शोक संतप्त परिवारों के साथ है. बचाव कार्यों की सफलता और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करती हूं.''
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ''ओडिशा के बालासोर में हुआ रेल हादसा बेहद पीड़ादायक है. एनडीआरएफ की टीम पहले ही दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुकी है और अन्य टीमें भी बचाव अभियान में शामिल होने के लिए पहुंच रही हैं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.''
ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने कहा, ''मैंने अभी-अभी इस दुखद रेल दुर्घटना की स्थिति की समीक्षा की है. मैं कल सुबह घटनास्थल का दौरा करूंगा.''
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, ''यह जानकर स्तब्ध हूं कि पश्चिम बंगाल से यात्रियों को ले जा रही शालीमार-कोरोमंडल एक्सप्रेस आज शाम बालासोर के पास एक मालगाड़ी से टकरा गई और बाहर जाने वाले हमारे कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. लोगों की मदद के लिए हम ओडिशा सरकार और दक्षिण पूर्व रेलवे के साथ समन्वय कर रहे हैं. हमारे इमरजेंसी कंट्रोल रूम तुरंत 033- 22143526/22535185 नंबर के साथ सक्रिय कर दिया गया है.'' सीएम ममता ने सभी तरह से राहत और बचाव कार्य शुरू करने की बात कही है. उन्होंने कहा, ''हम ओडिशा सरकार और रेलवे अधिकारियों के साथ सहयोग करने और बचाव कार्यों में मदद के लिए 5-6 सदस्यों की एक टीम मौके पर भेज रहे हैं. मैं व्यक्तिगत रूप से मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लगातार स्थिति की निगरानी कर रही हूं.''
ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे के बाद कई हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं.
हावड़ा हेल्पलाइन नंबर- 033-26382217
खड़गपुर हेल्पलाइन नंबर- 8972073925 & 9332392339
बालासोर हेल्पलाइन नंबर- 8249591559 & 7978418322
शालीमार हेल्पलाइन नंबर- 9903370746
बालासोर में हुए ट्रेन हादसे के बाद रद्द और डायवर्ट की गई गाड़ियों की लिस्ट जारी की गई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख और संवेदना जताई है. पीएम ने ट्वीट किया, ''ओडिशा में ट्रेन हादसे के बारे में जानकर व्यथित हूं. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की है और स्थिति का जायजा लिया है. दुर्घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जा रही है.''
ओडिशा के बालासोर हुए ट्रेन हादसे के बाद हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं.
पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव हरि कृष्ण द्विवेदी ने कहा, ''कोरोमंडल एक्सप्रेस रेल दुर्घटना की जानकारी मिलते ही हमने रेलवे अथॉरिटीज से संपर्क किया. हमने अपना कंट्रोल रूम भी एक्टिवेट कर दिया है. हम ओडिशा सरकार के साथ लगातार संपर्क में हैं. बंगाल से एक उच्च स्तरीय टीम भी बालासोर के लिए रवाना हुई है.''
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक एसआरसी कंट्रोल रूम का दौरा करेंगे.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से बात की है. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के परिवहन मंत्री शिवशंकर के नेतृत्व में वरिष्ठ आईएएस अधिकारियो की एक विशेष टीम घटनास्थल पर जाएगी.
हादसे में जान गंवाने वाले और घायल होने वाले लोगों का आंकड़ा लगातार अपडेट हो रहा है. बताया जा रहा है कि 50 लोगों की मौत हो गई है और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
ओडिशा के मुख्य सचिव ने कहा है कि करीब 50 एंबुलेंसों ने सूचना दी है लेकिन घायलों की संख्या बहुत ज्यादा है. घायलों को अस्पताल ले जाने के लिए बड़ी संख्या में बसें जुटाई जा रही हैं.
ओडिशा के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी और डेवलपमेंट कमिश्नर ने बताया है कि बालासोर और उसके आसपास के सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल अलर्ट पर हैं. एससीबीएमसी को भी अलर्ट किया गया है. इसी के साथ NDRF की 3 यूनिट, ओडीआरएएफ की 4 यूनिट और 60 एंबुलेंस जुटाई गई हैं.
हादसे में कम से कम 50 लोगों की मौत की जानकारी मिल रही है. कई लोग घायल हुए हैं. 132 घायलों को सोरो सीएचसी, गोपालपुर सीएचसी और खांटापाड़ा पीएचसी में स्थानांतरित किया गया है.
ओडिशा के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी और डेवलपमेंट कमिश्नर ने जानकारी दी है कि स्पेशल रिलीफ कमिश्नर के साथ वरिष्ठ अधिकारी हेमंत शर्मा, बलवंत सिंह, अरविंद अग्रवाल और डीजी फायर सर्विसेज को बहानगा में ट्रेन हादसे के बाद व्यवस्था की निगरानी के लिए मौके पर भेजा गया है.
ओडिशा के मुख्य सचिव ने बताया कि कोरोमंडल एक्सप्रेस रेल दुर्घटना में 132 घायलों को सोरो सीएचसी, गोपालपुर सीएचसी और खांटापाड़ा पीएचसी में भर्ती किया गया है.
बैकग्राउंड
Coromandel Express Accident News Live: ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार को हुए रेल हादसे की जांचकर्ता मानवीय त्रुटि, सिग्नल फेल होने और अन्य संभावित पहलुओं से जांच कर रहे हैं. अधिकारियों ने इस भयावह रेल हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सौंपी है. हादसे में कम से कम 288 यात्रियों की मौत हुई और 1100 से अधिक यात्री घायल हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ-साथ आपदा प्रबंधन दलों के अधिकारियों ने उन्हें जानकारी दी. उन्होंने अस्पताल में कुछ घायलों से भी मुलाकात की.
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘अपना दर्द बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. रेल हादसे के लिए दोषी पाये जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. किसी को बख्शा नहीं जाएगा.’’ बालासोर जिले में शुक्रवार (2 जून) की शाम लगभग सात बजे शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से यह हादसा हुआ. दोनों यात्री ट्रेन में करीब 2500 यात्री सवार थे. हादसे में 21 डिब्बे पटरी से उतर गए और गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे सैकड़ों यात्री फंस गए. दोनों यात्री रेलगाड़ियां तीव्र गति से चल रही थीं और विशेषज्ञों ने इसे हताहतों की अधिक संख्या के मुख्य कारणों में से एक बताया है.
रेल हादसे के बाद करीब 90 ट्रेन को रद्द किया गया है जबकि 46 ट्रेन के मार्ग में परिवर्तन किया गया. इसके साथ ही 11 ट्रेन को उनके गंतव्य से पहले ही रोक दिया गया है. हादसे के कारण प्रभावित ज्यादातर ट्रेन दक्षिण और दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन की हैं. दुर्घटना स्थल ऐसा लग रहा था, जैसे एक शक्तिशाली बवंडर ने रेलगाड़ी के डिब्बों को खिलौनों की तरह एक दूसरे के ऊपर फेंक दिया हो. मलबे को हटाने के लिए बड़ी क्रेन को लाया गया और क्षतिग्रस्त डिब्बों से शव निकालने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल किया गया. हादसे में घायल यात्रियों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
रेल हादसे की प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि दुर्घटनाग्रस्त हुई कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन बाहानगा बाजार स्टेशन से ठीक पहले मुख्य मार्ग के बजाय ‘लूप लाइन’ पर चली गई और वहां खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई. समझा जाता है कि बगल की पटरी पर क्षतिग्रस्त हालत में मौजूद कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बों से टकराने के बाद बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के डिब्बे भी पलट गए. एक अधिकारी ने शनिवार अपराह्न तक उपलब्ध रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि हादसे में 288 यात्रियों की मौत हुई है. वहीं, 56 घायलों की हालत गंभीर है. बालासोर जिला अस्पताल और सोरो अस्पताल युद्ध क्षेत्र की तरह लग रहे थे क्योंकि घायलों को इन्हीं अस्पतालों में ले जाया गया है.
अधिकारियों ने कहा कि घायलों की मदद के लिए रात में 2,000 से अधिक लोग बालासोर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एकत्र हुए और उनमें से कई ने रक्तदान किया. अस्पताल का मुर्दाघर कफन में लिपटे शवों से भरा हुआ था और यात्रियों के व्याकुल परिजनों से खचाखच भरा हुआ था. देशभर से लोगों ने इस त्रासदी पर शोक व्यक्त किया और कई राज्यों और पार्टियों ने अपने कार्यक्रमों को रद्द कर दिया. दुनिया के विभिन्न देशों के नेताओं ने भी इस हादसे को लेकर दुख जताया. विपक्षी नेताओं ने शनिवार को रेलवे की ओर से यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के महत्व पर जोर दिया. कई नेताओं ने इस हादसे में जवाबदेही तय करने और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की भी मांग की. ट्रेन हादसा रोधी प्रणाली ‘‘कवच’’ काम क्यों नहीं कर रही थी, इस पर भी सवाल उठाए गए.
रेलवे ने कहा है कि ‘कवच’ प्रणाली मार्ग पर उपलब्ध नहीं थी. प्रारंभिक रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि सिग्नल दिया गया था, फिर बंद कर दिया गया. अधिकारियों ने बताया कि रेलवे ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच शुरू की है, जिसका नेतृत्व रेलवे सुरक्षा आयुक्त, दक्षिण पूर्व क्षेत्र करेंगे.
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