Coromandel Train Accident: ओडिशा के बालासोर जिले में हुए भीषण ट्रेन हादसे में कई लोगों ने अपनों को खो दिया. कई लोग अब भी लापता हैं, जिनके परिवार वाले अब भी उनकी तलाश कर रहे हैं. कुछ भाग्यशाली लोग भी हैं जिनके परिजन जिंदगी और मौत की जंग जीत गए हैं. ऐसा ही मामला कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में देखने को मिला. 


कलिंगा टीवी के मुताबिक, बालासोर ट्रेन हादसे का शिकार हुआ नेपाल का 15 साल का एक लड़का भीषण ट्रेन हादसे के बाद आखिरकार अपने माता-पिता से मिल गया है. नाबालिग लड़के की पहचान रामानंद पासवान के रूप में हुई है. वह ट्रेन दुर्घटना में घायल हो गया था जिसके बाद उसे एससीबी एमसीएच के ट्रॉमा आईसीयू में भर्ती कराया गया.  


रिश्तेदारों के साथ आया था भारत


जानकारी के अनुसार, 15 वर्षीय रामानंद पासवानी अपने तीन रिश्तेदारों के साथ नेपाल से भारत आया था. सभी शालीमार से कोरोमंडल एक्सप्रेस में सवार थे. बालासोर में हुए ट्रेन हादसे के बाद भारत आए रामानंद के बारे में नेपाल में रहने वाले उनके माता-पिता को कोई खबर नहीं मिली. उन्हें यह भी नहीं पता था कि उनका बेटा मर चुका है या जिंदा है. इसलिए वह अपने बेटे की तलाश में नेपाल से ओडिशा आ गए. कई अस्पतालों का चक्कर काटने के बाद वह कटक एससीबी अस्पताल पहुंचे, जहां उन्हें दुर्घटना के तीन दिन बाद अपना लापता बेटा रामानंद मिला.
 
हादसे की खबर से टूट गए थे माता-पिता


ओडिशा के हेल्पडेस्क ईकोसिस्टम की कई कोशिशों के बाद लड़के के परिवार को उससे मिलवाया गया. एससीबी अस्पताल में लड़के के अपने परिवार से मिलने के दृश्य ने सभी को भावुक कर दिया. ट्रेन हादसे की खबर सुनकर लड़के के माता-पिता पूरी तरह से टूट गए थे. इलाज करा रहे रामानंद ने अपने माता-पिता को टीवी स्क्रीन पर देखकर पहचान लिया था. उसने तुरंत अपने माता-पिता के भारत में होने की खबर अस्पताल प्रशासन को दी और उन्हें मिलाया गया.  


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