West Bengal Odisha Train Accident Compensation: बालासोर ट्रेन हादसे के पीड़ितों को मुआवजा देने के मसले पर पश्चिम बंगाल में टीएमसी (TMC) और बीजेपी (BJP) के बीच संग्राम शुरू हो गया है. पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार (Sukanta Majumdar) ने मंगलवार (6 जून) को राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि वो जानबूझकर पीड़ितों को मुआवजे में 2000 रुपये के नोट दे रही है. उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें कुछ महिलाएं हाथ में दो हजार रुपये के नोट लिए नजर आ रही हैं. 


सुकांत मजूमदार ने दावा किया था कि ममता सरकार ने रेल हादसे के पीड़ितों को मुआवजे में दो हजार रुपये के नोट दिए हैं. अब बीजेपी नेता के आरोपों पर टीएमसी नेता कुणाल घोष ने पलटवार किया है. उन्होंने मंगलवार को न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा कि सुकांत मजूमदार का बयान निराधार है. 2000 रुपये का नोट अभी तक अवैध नहीं है और ये नोट बीजेपी सरकार ही लेकर आई है.


सुकांत मजूमदार के आरोप पर टीएमसी का पलटवार


घोष ने आगे कहा कि 2000 रुपये का नोट देना काला धन नहीं है. उनके आरोप निराधार हैं. अगर सुकांत मजूमदार काले धन पर कोचिंग लेना चाहते हैं तो उन्हें सुभेंदु अधिकारी से बात करनी चाहिए. इससे पहले सुकांत मजूमदार ने ट्वीट किया था कि ममता बनर्जी के निर्देश पर राज्य के एक मंत्री टीएमसी की ओर से पीड़ित परिवारों को 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दे रहे हैं. मैं आपकी सराहना करता हूं, लेकिन मेरा सवाल है कि 2000 रुपये के नोटों के बंडल का सोर्स क्या है? 






ममता सरकार ने की थी मुआवजा देने की घोषणा


मजूमदार ने कहा था कि बाजार में फिलहाल 2000 रुपये के नोटों की आपूर्ति कम है और इन्हें बैंकों में बदलने की प्रक्रिया चल रही है. ऐसी स्थिति में इन पीड़ित परिवारों को 2000 रुपये के नोट देकर उनकी परेशानी तो नहीं बढ़ा दी गई. गौरतलब है कि ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम को हुए ट्रेन हादसे में अब तक 288 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग घायल हैं. पश्चिम बंगाल सरकार ने इस हादसे के पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान किया था. 


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