नई दिल्ली: केन्द्र सरकार ने बकरीद यानी ईद- उल- जुहा को लेकर कहा है कि केन्द्रीय सरकार के दफ्तरों में बकरीद की छुट्टी 22 अगस्त को होगी. इसके पहले सरकार की ओर से 14 अगस्त को एक विज्ञप्ति जारी की थी. इस विज्ञप्ति में बकरीद के चलते सरकारी ऑफिसों में 23 अगस्त को छुट्टी दिए जाने का एलान किया गया था. लेकिन इस घोषणा के साथ ही सरकार ने उस विज्ञप्ति को वापस ले लिया है. अब 22 अगस्त यानी बुधवार के दिन ही दफ्तरों में छुट्टी होगी. केन्द्र सरकार के अंतर्गत आने वाले कार्मिक मंत्रालय ने इस बात की घोषणा की. घोषणा के मुताबिक मरकजी रूयत-ए-हिलाल कमेटी ने इस मुद्दे पर आखिरी फैसला लिया है.


ईद उल जुहा के मौके पर छुट्टी का ये फैसला जामा मस्ज़िद के शाही इमाम की अध्यक्षता वाली कमेटी मरकजी रूयत-ए-हिलाल की सिफारिश पर लिया गया है. कमेटी के मुताबिक भारत के अन्य शहरों में चांद दिखने की जानकारी मिली थी. इस जानकारी के चलते ही सरकार को अपना फैसला वापस लेना पड़ा. इसके पहले जारी विज्ञप्ति में 23 अगस्त को ईद- उल- अजहा मनाए जाने की बात कही गई थी.


ईद उल जुहा को लेकर पहले कभी ऐसी स्थिति नहीं बनी है. ईद का चांद करीब 10 दिनों पहले देखा जाता है, लेकिन इस दफा दिल्ली समेत कई जगहों पर चांद नहीं दिखा था, जिसके चलते 23 तारीख को ईद उल जुहा मनाने का फैसला किया गया था. लेकिन बाद में जानकारी आई कि कई राज्यों में चांद देखा गया है जिसके चलते कमेटी ने अपना फैसला बदलते हुए ईद उल जुहा की तारीख 22 अगस्त करने का फैसला लिया. इस फैसले के बाद दिल्ली समेत अन्य राज्यों में भी बकरीद 22 अगस्त को ही मनाई जाएगी.



बता दें ईद उल जुहा के मौके पर लोग कुर्बानी देते हैं. कुर्बानी से अल्लाह के प्रति अपना प्यार जताया जाता है.


इसके पहले बकरीद को लेकर इस्लामिक सेंटर ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष और ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा था कि बकरीद कुरबानी के सच्चे जज्बे के मुजाहिरे का त्यौहार है और इस वक्त केरल के बाढ़ प्रभावित लोगों को हमारी मदद की सख्त जरूरत है. जिसके चलते उन्होंने लोगों से गुहार लगाई थी कि लोग अपने बकरीद के खर्चे का 10 फीसदी केरल के लोगों की मदद के लिए दें.