बांदीपुर वेटलैंड रिजर्व में CCTV की मदद से शिकारियों का हुआ भंडाफोड़, एक गिरफ्तार, तीन की तलाश जारी
Bandipur Wetland Reserve: बांदीपुर वेटलैंड रिजर्व में सीसीटीवी कैमरों की मदद से अवैध शिकारियों का भंडाफोड़ हुआ है. पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है.
Bandipur Wetland Reserve: उत्तरी कश्मीर में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. सीसीटीवी कैमरों की मदद से अधिकारियों ने बांदीपुर के वेटलैंड रिजर्व में शिकारियों का भंडाफोड़ किया है. बांदीपुर जिले में स्थित वुलर झील प्रवासी पक्षी शिकारियों का केंद्र बन गई थी और लंबे समय से वन्यजीव विभाग की नजरों में थी, पिछले हफ्ते कंजर्वेशन अथॉरिटी की ओर से लगाए गए सीसीटीवी कैमरों से इनका पर्दाफाश हुआ. अधिकारियों ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जबकि पुलिस और वन्यजीव विभाग ने तीन अन्य के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया है.
दरअसल, वुलर झील, जो जम्मू-कश्मीर के बांदीपुर जिले में स्थित है, कई दुर्लभ प्रवासी पक्षियों का प्राकृतिक आश्रय स्थल है. पिछले कुछ वर्षों में यह क्षेत्र पक्षी शिकारियों के लिए एक आसान निशाना बन गया था. अक्टूबर के अंत से यहां विभिन्न प्रकार के प्रवासी पक्षी आते हैं. अधिकारियों के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज के जरिए शिकारी साफ तौर पर शिकार करने वाली बंदूकों के साथ देखे गए.
क्या बोले अधिकारी?
अधिकारियों ने कहा, "रविवार को हमारे मूक निगरानीकर्ताओं ने शिकारी गरोह को भी पकड़ने में हमारी मदद की, जिसमें वे स्पष्ट रूप से शिकार करने वाली बंदूकें ले जाते हुए दिखाई दे रहे थे. हमारे पास वीडियो सबूत भी है." अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर का एक समूह अवैध शिकार में शामिल था.
उन्होंने कहा, "समूह के पकड़े जाने के तुरंत बाद स्थानीय पुलिस में एफआईआर दर्ज करने के लिए शिकायत दर्ज कराई गई. इसके बाद वन्यजीव विभाग के अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लिया और सोमवार को श्रीनगर में कुछ खास जगहों पर छापेमारी की गई."
मीडिया से बात करते हुए Wular Conservation and Management Authority (WUCMA) के समन्वयक ओवैस फारूक मीर ने कहा, "शिकारी गरोह के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और सबूत बरामद किए गए हैं. अन्य अभी भी फरार हैं. अभी तक सीसीटीवी फुटेज में केवल बाहरी लोगों की पहचान की गई है और अन्य लोगों को पकड़ने के लिए कार्रवाई जारी रहेगी."
वन्यजीव विभाग का प्रयास
विभाग ने बनियारी गांव के पास सीसीटीवी कैमरे और निगरानी टॉवर स्थापित किए थे. यह कैमरे न केवल फुटेज रिकॉर्ड करते हैं, बल्कि 3 किलोमीटर की दूरी तक की गतिविधियां भी कैप्चर कर सकते हैं. वुलर कंजर्वेशन एंड मैनेजमेंट अथॉरिटी (WUCMA) ने इस कार्रवाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
वन्यजीव विभाग ने पुलिस के साथ मिलकर अवैध शिकार के खिलाफ योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई की.अधिकारी यह भी जांच कर रहे हैं कि क्या स्थानीय लोगों ने शिकारियों को मदद की है या नहीं. वुलर झील रामसर साइट के रूप में जानी जाती है, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पारिस्थितिकीय महत्वपूर्णता के लिए प्रसिद्ध है.