बार्ज गल कंस्ट्रक्टर से तेल रिसाव पर कोस्ट गार्ड ने कहा- नियंत्रण में स्थिति, नहीं फूटा ऑयल टैंक
पिछले 12 दिनों से यह बार्ज पालघर के समुद्र किनारे पत्थरों में फंसा हुआ है. अब इस जहाज से धीरे-धीरे तेल का रिसाव होना शुरू हो गया है. मछुआरों ने इसकी शिकायत प्रशासन से की है.
मुंबई: चक्रवाती तूफान ताउते की चपेट में कई बार्ज जहाज और टग बोर्ड आ गए थे. अरब सागर में हुए दो अलग-अलग हादसों में 86 लोगों की मौत भी हो गई. इसी चक्रवाती तूफान की चपेट में बार्ज गल कंस्ट्रक्टर बहते हुए पालघर के समुद्र किनारे पहुंच गया. इस पर तैनात सभी 137 कर्मचारियों को इंडियन नेवी और कोस्ट गार्ड ने बचा लिया था.
वहीं पिछले 12 दिनों से यह बार्ज पालघर के समुद्र किनारे पत्थरों में फंसा हुआ है. अब इस जहाज से धीरे-धीरे तेल का रिसाव होना शुरू हो गया है. मछुआरों ने इसकी शिकायत प्रशासन से की है. वहीं कोस्ट गार्ड ने ABP न्यूज़ की खबर का संज्ञान लिया. भारतीय तटरक्षक दल ने कहा है कि स्थिति अब नियंत्रण में है और इस जहाज का तेल टैंक फूटा नहीं है.
भारतीय तटरक्षक दल ने बताया कि अकोमोडेशन बार्ज में लगभग 78 kL HFHSD (हाई फ्लैश हाई स्पीड डीजल) है. जहाज पर कोई कच्चा तेल नहीं है. अभी जहाज पर तेल टैंक के टूटने की कोई सूचना नहीं है. फर्म मैसर्स AFCONS ने मैसर्स सीकेयर की व्यवस्था की है. जिसने बार्ज के चारों ओर 400 मीटर बूम बिछाया है. इसके अलावा, तेल हटाने के लिए 02 ईंधन बार्ज किराये पर लिए जा रहे हैं. मैसर्स श्री कृष्णा पतवार की मरम्मत का कार्य कर रहे हैं. मैसर्स स्मिथ एंड कोय को पोत से तेल निकालने के लिए काम पर रखा गया है.
तट पर तेल रिसाव की सूचना नहीं
आईसीजी हेलो ने 50 मीटर चौड़ाई के सिल्वर ऑयल शीन की सूचना दी है. अभी तक तट पर कोई तेल रिसाव की सूचना नहीं मिली है और गैल कंस्ट्रक्टर के एजेंट के साथ निरंतर संपर्क बनाए रखा जा रहा है. जहाज पर टीम के पास सोर्बेंट पैड हैं जो बूम के साथ रखे गए हैं. वहीं मछली पकड़ने वाली नौकाओं की मदद से बिल्गे तेल के साथ बरामद किया जाएगा, जिसकी व्यवस्था मछुआरा संघ से की जा रही है. तटरक्षक बल स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है और यदि तेल तट पर पहुंचता है तो जिला प्रशासन को तत्काल सफाई के लिए सतर्क कर दिया गया है.