Opposition Vs Government: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज संसद में लगातार हो रहे हंगामे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को जमकर फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि यह अफसोसजनक है कि प्रतिपक्ष के कुछ नेता संसद की मर्यादाओं का पालन नहीं कर रहे हैं. बिना किसी का नाम लिए बिरला ने विपक्ष के नेताओं की आलोचना करते हुए उन्हें संसद की गरिमा बनाए रखने की सलाह दी.
बिरला ने कहा कि संसद एक पवित्र स्थल है और इसकी गरिमा और प्रतिष्ठा को बनाए रखना हर सांसद की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि यदि सांसद मर्यादित आचरण अपनाएंगे तो इसका सकारात्मक संदेश जनता तक जाएगा. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि संसद में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को मिलकर चर्चा करनी चाहिए ताकि लोकतंत्र की परंपराओं का सम्मान हो सके.
इसी संसद भवन में देश को आजादी मिली थी- ओम बिरला
बिरला ने प्रश्नकाल को संसद का एक महत्वपूर्ण समय बताया और कहा कि ये समय संसद की कार्यप्रणाली और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को दर्शाता है. उन्होंने याद दिलाया कि इसी भवन में देश को आजादी मिली थी और यहां से ही देश की आकांक्षाओं को पूरा किया जाता है. बिरला ने ये भी कहा कि भारतीय लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत संसद है जहां सहमति और असहमति के बीच चर्चा होती है.
राहुल गांधी पर साधा निशाना
बिरला ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि कुछ विपक्षी नेताओं का आचरण संसद के स्तर के अनुरूप नहीं है. माना जा रहा है कि यह टिप्पणी स्पष्ट रूप से कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर थी जो हाल ही में मोदी और अडानी के मुद्दे पर संसद भवन परिसर में प्रदर्शन कर रहे थे. वहीं सत्ता पक्ष ने भी विरोधी नेताओं को निशाने पर लिया है खासकर जॉर्ज सोरोस के मुद्दे पर सोनिया गांधी पर आरोप लगाए जा रहे हैं.
संसद के संचालन को लेकर बिरला का आग्रह
ओम बिरला ने अंत में संसद के सही तरीके से संचालन के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों से आग्रह किया. उनका कहना था कि संसद का उद्देश्य देश के लोगों के मुद्दों पर चर्चा करना है और इसके लिए सभी सांसदों को आपसी सम्मान और मर्यादा के साथ काम करना चाहिए.
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