नई दिल्ली: 2019 का लोकसभा चुनाव बेहद करीब है. देशभर में सियासी सरगर्मियां तेज हैं और इसी बीच हरियाणा के चौटाला परिवार में संग्राम छिड़ा हुआ है. शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला ने सांसद दुष्यंत चौटाला और उनके भाई दिग्विजय चौटाला को पार्टी से निष्कासित कर दिया है.


इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) पार्टी से दुष्यंत-दिग्विजय के निष्कासन के बाद पार्टी में विद्रोह देखने को मिल रहा है. अंबाला में देवी लाल चौक पर पार्टी कार्यकर्ता दुष्यंत के पक्ष में काली पट्टियां बांधकर धरने पर बैठ गये हैं. कार्यकर्ताओं का कहना है कि कसूर बताये बिना तो अदालत भी फैसला नहीं देती तो दुष्यंत-दिग्विजय को पार्टी से क्यूं निकाला गया.


इनेलो से कल दुष्यंत-दिग्विजय के निकाले जाने का फरमान जैसे ही आया तो उसके बाद कार्यकर्ताओं ने पार्टी से इस्तीफे देने का काम शुरू कर दिया. शनिवार सुबह अंबाला में इनेलो कार्यकर्ता देवी लाल चौक पर देवी लाल की प्रतिमा के नीचे काली पट्टियां बांध विरोध जताने के लिए बैठ गये. कार्यकर्ताओं ने दुष्यंत के पक्ष में जमकर नारेबाजी की. कार्यकर्ताओं का कहना है कि दुष्यंत-दिग्विजय का कोई कसूर नहीं है. फिलहाल अगली रणनीति को लेकर उनका कहना है कि 5 नवंबर को अजय चौटाला के जेल से बाहर आने पर इसका एलान किया जायेगा.


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इनेलो से दुष्यंत-दिग्विजय के निष्कासन के बाद पूर्व प्रदेश प्रवक्ता विवेक चौधरी, पूर्व जिलाध्यक्ष हरपाल सिंह कंबोज, युवा इनेलो जिलाध्यक्ष अमरेन्द्र सौन्टा, इनसो जिलाध्यक्ष नवीन हरी समेत कई कार्यकर्ताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया.


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