Jammu Kashmir Assembly Election: जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोमवार (18 मार्च, 2024) को लोकसभा चुनाव को लेकर प्रचार शुरू कर दिया. उन्होंने कुलगाम में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पार्टी के एजेंडा को लोगों के सामने रखते हुए कहा कि हमारी जीत होगी.
चुनावी सभा की खास बात यह रही कि उम्मीदवारों की घोषणा के बिना ही संभावित कैडिडेंट स्टेज पर दिखे. एबीपी न्यूज़ को सूत्रों ने बताया कि अनंतनाग संसदीय क्षेत्र से नेशनल कॉन्फ्रेंस के गुर्जर नेता मियां अल्ताफ को उम्मीदवार बना सकती है, जो कि उमर अब्दुल्ला के साथ स्टेज पर दिखे. उमर अब्दुल्ला ने हालांकि इस बात से मना किया और कहा कि मियां अल्ताफ का होना कोई संकेत है.
क्या आरोप लगाया?
उमर अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन के कारण ही यहां विधानसभा चुनाव एक बार फिर नहीं हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि सितंबर तक चुनाव करवाना निर्वाचन आयोग की मजबूरी है, लेकिन सच यह है कि जम्मू कश्मीर की ब्यूरोक्रेसी प्रदेश में लोकतांत्रिक सरकार नहीं चाहती.
हाल ही में मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव सुरक्षा चिंताओं के कारण लोकसभा चुनाव के बाद कराए जाएंगे.
सीएए को लेकर क्या कहा?
उमर अब्दुल्ला ने सीएए को लेकर कहा कि बीजेपी हमेशा अल्पसंख्यकों को निशाना बनाती रही है. सीएए के जरिए भी बीजेपी चुनावों में फायदा उठाना चाहती है. दरअसल, केंद्र सरकार ने हाल हबी में सीएए को लागू करने को लेकर अधिसूचना जारी की थी.
सीएए (CAA) को दिसंबर, 2019 में संसद में पारित किया गया था और फिर इसे राष्ट्रपति की मंजूरी भी मिल गई थी, लेकिन इसके खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गये थे.