Jammu-Kashmir: 'केवल PMO को खुश करना चाहता है मौजूदा प्रशासन...', किरण पटेल मामले में सरकार पर भड़के उमर अब्दुल्ला
Jammu-Kashmir News: उमर अब्दुल्ला ने कहा, "ठग LoC की यात्रा करता था, सुरक्षा बैठकें करता था. पांच सितारा होटलों में रहता था और अधिकारी बेहतर पोस्टिंग के लिए उसके जूते चाट रहे थे."

Omar Abdullah On Fake PMO Officer: जम्मू-कश्मीर में पकड़े गए फर्जी पीएमओ अधिकारी किरण भाई पटेल को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने प्रशासन पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने इस घटना को पुलिस-प्रशासन की बड़ी चूक बताया. उमर ने सरकार पर गंभीर विफलता और सुरक्षा चूक का आरोप लगाते हुए कहा, "ऐसी घटनाओं का मूल कारण नागरिक सरकार का न होना है."
उमर अब्दुल्ला ने कहा, "मौजूदा प्रशासन चापलूसों से भरा हुआ है, जो केवल पीएमओ की सेवा कर रहे हैं. वे केवल पीएमओ को खुश करना चाहते हैं." उमर ने कहा, "यह चूक उपायुक्त की नहीं बल्कि सुरक्षा प्रदान करने वाले एडीजी सुरक्षा की है." उन्होंने आगे कहा, "ठग LoC की यात्रा करता था, सुरक्षा बैठकें करता था. पांच सितारा होटलों में रहता था और अधिकारी बेहतर पोस्टिंग के लिए उसके जूते चाट रहे थे."
प्रशासन पर उमर अब्दुल्ला का तंज
उमर अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा, "यह आदमी (किरण पटेल) पकड़ा गया है, हम नहीं जानते कि कितने और आए और वापस चले गए. यह बहुत गंभीर मामला है. जम्मू-कश्मीर एक संवेदनशील क्षेत्र है. ऐसी चूक कैसे हो सकती है? एलजी प्रशासन के लिए यह बहुत शर्मिंदगी की बात है. उन्हें किरण पटेल को सुविधाएं देने से पहले पूरी जांच करनी चाहिए थी." उन्होंने कहा, "मेरी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को सुरक्षा से वंचित किया जा रहा है, एक ठग को चार बार जेड प्लस सुरक्षा प्रदान की गई थी."
3 मार्च को हुई थी गिरफ्तारी
बता दें कि गुजरात का एक ठग किरण पटेल को जम्मू कश्मीर में सुरक्षा अधिकारियों ने 3 मार्च को गिरफ्तार किया है. उस पर आरोप है कि उसने सरकारी आतिथ्य का आनंद लिया, एक निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) और एक लक्जरी होटल में कमरा भी लिया. उसने पिछले 6 महीनों के दौरान राज्य प्रोटोकॉल और जेड प्लस सुरक्षा प्रदान करने के लिए चार बार जम्मू-कश्मीर प्रशासन को बेवकूफ बनाने में कामयाबी हासिल की थी.
4 बार राज्य का दौरा किया था
किरण भाई पटेल ने पिछले छह महीनों के दौरान राज्य प्रोटोकॉल और जेड प्लस सुरक्षा प्रदान करने के लिए चार बार जम्मू-कश्मीर प्रशासन को बेवकूफ बनाने में कामयाबी हासिल की थी. दीपक ने पीएमओ में एक वरिष्ठ अधिकारी की भूमिका निभाई थी और जम्मू-कश्मीर में आधिकारिक प्रोटोकॉल और लाभों का आनंद लेने में कामयाब रहे. इस पूरे प्रकरण से प्रशासन को भारी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है, क्योंकि निकट भविष्य में जी-20 बैठकों और अन्य हाई प्रोफाइल कार्यक्रमों की मेजबानी करने की तैयारी कर रहा है.
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