Omicron के बढ़ते मामलों के बीच PM Modi ने की समीक्षा बैठक, कहा- हमें सतर्क और सावधान रहना चाहिए
कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन (Omicron) के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने आज समीक्षा बैठक की.
Omicron Cases in India: कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन (Omicron) के लगातार बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने आज समीक्षा बैठक की. अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों और अधिकारियों के साथ देश में वैश्विक महामारी की ताजा स्थिति की समीक्षा की और भावी कदमों के बारे में चर्चा की. पीएम ने बैठक में कहा, ''कोरोना के नए स्वरूप ओमिक्रोन को देखते हुए हमें सतर्क और सावधान रहना चाहिए.''
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा, ''सरकार सतर्क है, उभरती हुई स्थिति पर नजर रख रही है, समय से पूर्व सक्रियता से कदम उठा रही है और ‘समूची सरकार’ के रूख के तहत स्थिति को काबू में रखने एवं उसके प्रबंधन के लिए राज्यों की मदद कर रही है.'' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टेली-मेडिसिन और दूरस्थ परामर्श के लिए आईटी माध्यमों के प्रभावी उपयोग का आह्वान किया. साथ ही कहा कि राज्यों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि ऑक्सीजन आपूर्ति उपकरण पूरी तरह से चालू रहें.
Reviewed the COVID-19 situation across India, particularly in the wake of Omicron. Our focus is on further ramping up health infra, testing, tracing and ensuring full vaccination coverage. https://t.co/mbx44TLKcU
— Narendra Modi (@narendramodi) December 23, 2021
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचा को बढ़ावा देने के साथ ही संपर्कों का प्रभावी व त्वरित तरीके से पता लगाने, जांच और टीकाकरण में तेजी लाने पर जोर दिया जाना चाहिए.
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के मुताबिक, केंद्र उन राज्यों की मदद के लिए टीम भेजेगा जहां टीकाकरण कम हुआ है, कोविड के मामले बढ़ रहे हैं और स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचा पर्याप्त नहीं है.
पीएम मोदी ने यह बैठक ऐसे समय में की है जब भारत में ओमिक्रोन के 300 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. ये मामले 16 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में सामने आए हैं. सबसे अधिक केस महाराष्ट्र में हैं. यहां आज ही 23 मामलों की पुष्टि हुई है. इसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़ कर 88 हो गई है. बता दें कि कोरोना वायरस का ओमिक्रोन स्वरूप इसके डेल्टा स्वरूप की तुलना में कम से कम तीन गुना अधिक संक्रामक है.