Omicron In India: ओमिक्रोन केस मिलने के बाद अफ्रीकी देशों से आए 10 विदेशी नागरिक संपर्क में नहीं, हरकत में बैंगलुरू प्रशासन
Covid New Variant: बेंगलुरू में Omicron केस मिलने के बाद अब सरकार जागी है और टेस्ट रिजल्ट नेगेटिव देने वाले प्राइवेट लैब पर अब जांच की जायेगी.
Omicron: बैंगलुरू से दक्षिण अफ्रीकी वेरिएंट ओमिक्रोन के दो केस सामने आने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है. इस बीच अफ्रीकी देशों से आए 10 विदेशी नागरिक संपर्क में नहीं है. प्रशासन उन्हें संपर्क करने की कोशिश कर रहा है लेकिन उनका कोई अता पता नहीं है. बैंगलुरू महानगरपालिका और स्वास्थ्य अधिकारियों का उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाने के चलते प्रशासन के हाथ पैर फूल गए हैं. जो दो केस ओमिक्रोन के आए है उसमे एक शख्स दक्षिण अफ्रीका से लौटा था. ऐसे में इन विदेशी नागरिकों से संपर्क ना हो पाना सभी के लिए मुसीबत पैदा कर सकता है. जानकारी के अनुसार इन सभी विदेशी नागरिकों का दक्षिण अफ्रीकी देशों से ट्रेवल हिस्ट्री प्राप्त की गई है. लेकिन चिंता की बात यह है कि इन सभी के फोन भी स्विच ऑफ आ रहे हैं. ऐसे में इन्हें ट्रेस नहीं किया जा पा रहा है.
दुबई के रास्ते पहुंचा ता बैंगलुरू
गौरतलब है बेंगलुरू महानगर निगम के कमिश्नर से इन दोनों को लेकर आधिकारिक जानकारी दी है. पहला व्यक्ति 66 साल का, 20 नवम्बर को बैंगलुरू पहुंचा. एयरपोर्ट पर ही सेम्पल्स लिए गए थे. रिपोर्ट पॉजिटिव आयी. वह दक्षिण अफ्रीका के दुबई के रास्ते बेंगलुरू आया था. लेकिन गौर करने वाली बात यह कि एक निजी होटल में रुका था जहां इसने अपनी रिपोर्ट नेगेटिव बताई थी.
ऐसे में बीबीएमपी और होटल सवालों के घेरे में आ गई है कि आखिर कैसे कोई पॉजिटिव व्यक्ति फेक नेगेटिव रिपोर्ट के साथ होटल में रुक गया. आखिर किस लैब ने यह रिपोर्ट तैयार कर दी? फिर इसी प्राइवेट लैब की टेस्ट रिपोर्ट को आधार बनाकर ये शख्स 27 तारीख को बैंगलुरू से दुबई के लिए निकल गया.
प्राइवेट लैब की होगी जांच
मामला सामने आने के बाद अब सरकार जागी है और टेस्ट रिजल्ट नेगेटिव देने वाले प्राइवेट लैब पर अब जांच की जायेगी. यह व्यक्ति 20 नवंबर को पॉजिटिव था तो कैसे इस लैब ने 23 नवंबर की रिपोर्ट में इसे नेगेटिव बताया. दूसरा व्यक्ति 46 साल का है. इसकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है. 21 नवंबर को तबियत बिगड़ी. हॉस्पिटल में RTPCR टेस्ट किया 22 की सुबह 10 बजे कोविड पॉजिटिव की पुष्टि हो गई. CT वेल्यू कम था इसीलिए सेम्पल्स को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया. 22 से 24 तक होम आइसोलेशन में था. 25 को तबियत बिगड़ी हॉस्पिटल में एडमिट किया 2 दिन के इलाज के बाद 27 को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया गया. इस व्यक्ति के 13 प्राइमरी कॉन्टेक्ट और 205 सेकेंडरी कॉन्टेक्ट का टेस्ट किया गया. प्राइमरी में से 3 और सेकेंडरी में से 2 पॉजिटिव आये. सभी को आइसोलेट कर दिया गया है.
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