Omicron in India: देश में जानलेवा कोरोना वायरस के खतरनाक ओमिक्रोन वेरिएंट से अबतक 341 लोग संक्रमित हो चुके हैं. कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की. मीटिंग के बाद पीएम मोदी ने देशवासियों को भी सावधान और सतर्क रहने की सलाह दी. ओमिक्रोन के खतरे के बीच कोरोना की आने वाली लहर के खिलाफ देश का मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर कितना तैयार है, पीएम मोदी ने इस बात का पूरा अपडेट लिया. वहीं, क्रिसमस और नए साल के जश्न को लेकर केंद्र की ओर से राज्य सरकारों को निर्देश जारी किए गए हैं कि क्या करना है और क्या नहीं करना है.


ओमिक्रोन के खतरे पर पीएम मोदी की नजर


समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर देश को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है. समीक्षा बैठक में-



  • मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को हर स्तर पर दुरुस्त रखना होगा.

  • राज्य, जिला, ब्लॉक हर लेवल पर पुख्ता इंतजाम और तैयारी हो.

  • ओमिक्रोन के प्रसार को रोकने के लिए सतर्कता बरती जाए.

  • ट्रेसिंग, टेस्टिंग और टीकाकरण को बढ़ाने पर जोर दिया जाए.

  • कोरोना केस बढ़ने वाले राज्यों में केंद्र अपनी टीम भेजेगा.


इसके अलावा कोरोना को रोकने के लिए दवाओं की उपलब्धता सहित मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की समीक्षा की गई तो ऑक्सीजन सिलेंडर और कनसनट्रेटर, वेंटिलेटर, पीएसए प्लांट, आईसीयू, ऑक्सीजन बेड हर इंतजाम की पीएम ने पूरी जानकारी ली. प्रधानमंत्री की मीटिंग से पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों के साथ मीटिंग की. जिन राज्यों में चुनाव हैं, उन्हें टीकाकरण में तेजी लाने को कहा गया है. खासकर जिन जिलों में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी है.


राज्यों ने भी कोरोना से निपटने के लिए फैसले


केंद्र सरकार की गाइडलाइन्स के अलावा राज्य भी कोरोना से निपटने के लिए फैसले ले रहे हैं. मध्य प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की आहट से पहले एहतियातन मध्य प्रदेश में एक बार फिर नाइट कर्फ्यू लागू हो गया है तो महाराष्ट्र में भी नाइट कर्फ्यू लौटने का अंदेशा बढ़ गया है, क्योंकि महाराष्ट्र ओमिक्रोन के मामले में भी नंबर वन है. दिल्ली से लेकर गुजरात और तेलंगाना तक ओमिक्रोन की दहशत बढ़ रही है. राज्य सरकारें मीटिंग पर मीटिंग कर रही हैं. 


एमपी के बाद अब मुंबई में भी ऐसी ही सख्ती हो सकती है. फिर से मुंबई में भी नाइट कर्फ्यू लौट सकता है, क्योंकि ओमिक्रोन के मामले में महाराष्ट्र नंबर वन पर है. इसी खतरे को देखते हुए सीएम उद्धव ठाकरे ने कल कोविड टास्कफोर्स के साथ बैठक की. उद्धव ठाकरे करीब 52 दिनों बाद सरकार की मीटिंग में शरीक हुए, क्योंकि खतरा बढ़ता जा रहा है. खबर है कि महाराष्ट्र सरकार भी नए प्रतिबंध लगा सकती है. क्रिसमस और नए साल के जश्न समेत शादियों में लोगों की मौजूदगी पर आज ही नई गाइडलाइन आ सकती है.


दिल्ली में फिर कोरोना के आउट ऑफ कंट्रोल हो जाने का डर


दिल्ली में फिर कोरोना के आउट ऑफ कंट्रोल हो जाने का डर है. दिल्ली में लगातार तीन दिनों से कोरोना के 100 से ज्यादा केस आ रहे हैं. तो ओमिक्रोन केस में दिल्ली दूसरे नंबर पर है. ससीएम केजरीवाल ने तैयारियों की समीक्षा की और कहा, ''कोरोना के इस नए खतरे से निपटने के लिए दिल्ली सरकार पूरी तरह तैयार है फिर चाहे वो अस्पताल हो, दवाई हो, ऑक्सिजन हो या फिर बेड।लगभग 37 हजार कोविड बेड और 10,594 कोविड आईसीयू बेड तैयार किए गए हैं.  किसी को बेड की कमी न हो. बेड के अलावा पर्याप्त मात्रा में दवाओं की उपलब्धता है ताकि किसी भी स्थिति में दवाओं की कमी न हो.''


तेलंगाना के गांव में स्वैच्छिक लॉकडाउन का एलान


महाराष्ट्र-दिल्ली के बाद तेलंगाना और गुजरात में भी ओमिक्रोन वैरिएंट का खतरा बढ़ता जा रहा है. गुजरात में भी ओमिक्रोन के करीब 30 मरीज हैं. ओमिक्रोन के अलावा भी गुजरात में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. राज्य में करीब 6 महीने बाद कोराना का केस एक बार फिर 24 घंटे में 100 के पार पहुंच चुका है. ओमिक्रोन के नए लहर को देखते हुए तेलंगाना के लोगों में भी चिंता ज्यादा बढ़ गई है. इसी क्रम में वहां के एक गांव में स्वैच्छिक लॉकडाउन का एलान किया है. ग्रामिणों ने यह फैसला इसलिए लिया है कि गांव में ओमिक्रोन के मामलों में वृद्धि न हो.