Omicron India: दिल्ली मेट्रो जैसी सार्वजनिक जगहों पर वैक्सीन की दोनों डोज हो सकती है जरूरी
Omicron India: दिल्ली एयरपोर्ट पर विदेश से आए 6 यात्रियों में कोरोना की पुष्टि हुई है. सभी के सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है.
Omicron India: कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट ने भारत में दस्तक दे दी है. इस वैरिएंट के दो मामले कर्नाटक में मिले हैं. इन दो मामलों ने राज्यों की चिंता बढ़ा दी है. इस बीच दिल्ली एयरपोर्ट पर 'एट रिस्क' यानि जोखिम वाले देशों से आए 6 यात्री कोरोना पॉजिटिव मिले है. इनमें से एक यात्री हाल में दक्षिण अफ्रीका की यात्रा भी कर चुका है.
अब Omicron के खतरे को देखते हुए दिल्ली मेट्रो जैसी सार्वजनिक जगहों पर कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज अनिवार्य की जा सकती है. अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि सार्वजनिक स्थलों पर प्रवेश के लिए 15 दिसंबर से कोविड रोधी टीके की पहली खुराक लेना अनिवार्य करने के वास्ते दिल्ली सरकार डीडीएमए को प्रस्ताव भेज सकती है.
उन्होंने कहा कि टीकाकरण को प्रोत्साहन देने के उदेश्य से टीका लगवाने वालों को नकद पुरस्कार, कीमतों में छूट और लॉटरी जैसी चीजें भी दी जा सकती हैं. उन्होंने कहा कि सरकार यह भी प्रस्ताव दे सकती है कि अगले साल 31 मार्च तक यह नियम लागू किया जाए कि मॉल और मेट्रो जैसे सार्वजनिक स्थलों पर प्रवेश के लिए टीके की दोनों खुराक लेना अनिवार्य होगा.
अधिकारियों ने यूरोपीय देशों का हवाला देते हुए कहा कि उन देशों में टीका परिवहन प्रणाली अपनायी गई है जिससे उन लोगों को सार्वजनिक स्थलों पर प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाती जिन्होंने टीका नहीं लगवाया है. अधिकारियों ने यह भी कहा कि अमेरिका, फिलीपीन, मास्को और मेक्सिको जैसे देशों ने टीका लगवाने पर पुरस्कृत करने की नीति अपनाई है.
मंगलवार की रात से देश में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए कड़े नियम लागू होने के बाद से दिल्ली में “जोखिम वाले” देशों से आए अब तक कुल 10 लोग जांच में संक्रमित पाए गए हैं. इन सभी संक्रमितों को लोक नायक अस्पताल में भर्ती किया गया है जहां ऐसे मरीजों के उपचार के वास्ते एक अलग वार्ड बनाया गया है. केंद्र के अनुसार, जोखिम वाले देशों में ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बॉब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इजराइल आदि हैं. इन देशों में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट की पुष्टि हो चुकी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 29 देशों में सार्स-कोवी-2 के ओमीक्रोन स्वरूप के 373 मामले सामने आए हैं.