Omicron के खतरों के बीच केंद्र ने दी ये 5 सलाह, चुनावी राज्यों पर खास जोर
ओमिक्रोन (Omicron) के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से ये गाइडलाइंस जारी की गई है. केंद्र की ओर से राज्यों को पांच सलाह दिए गए हैं.
Omicron Review Meeting: ओमिक्रोन (Omicron) के खतरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों और एनएचएम एमडी के साथ टीकाकरण (vaccination), कोरोना (Corona) और ओमिक्रोन वेरिएंट (Omicron Variant) से लड़ने के लिए राज्यों की पब्लिक हेल्थ की तैयारियों की समीक्षा की. केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी है कि वे नए वैरिएंट के मद्देनजर कोरोना से लड़ने के लिए अपनी तैयारी को कम न होने दें और अपनी तैयारियों को बनाए रखें.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने दोहराया कि पॉजिटिविटी 10 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ जाती है या ऑक्सीजन युक्त बेड की मांग 40 प्रतिशत से अधिक हो जाता है तो जिला और स्थानीय प्रशासन द्वारा स्थानीय कैंटोन्मेंट के उपाय किए जाने चाहिए. हालांकि, स्थानीय स्थिति और जनसंख्या विशेषताओं जैसे घनत्व के आधार पर, और ओमिक्रोन की हाई ट्रांसमिस्बिल्टी को ध्यान में रखते हुए, राज्य/केंद्र शासित प्रदेश इन सीमाओं तक पहुंचने से पहले ही रोकथाम के उपाय कर सकते हैं और प्रतिबंध लगा सकते हैं. वहीं उन्हें सलाह दी गई किसी भी प्रतिबंध को न्यूनतम 14 दिनों के लिए लागू किया जाना चाहिए.
1. कंटेंटमेंट पर, राज्यों को सलाह
- नाईट कर्फ्यू लागू करें और बड़े समारोहों का सख्त नियमन सुनिश्चित करें, विशेष रूप से आगामी उत्सवों से पहले.
- कोविड पॉजिटिव मामलों के नए समूहों के मामले में "कंटेनमेंट जोन", "बफर जोन" को तुरंत सूचित करें.
- मौजूदा दिशा-निर्देशों के अनुसार कंटेनमेंट जोन की परिधि पर सख्त नियंत्रण सुनिश्चित करें.
- जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सभी क्लस्टर नमूनों को बिना किसी देरी के INSACOG लैब्स को भेजें.
2. टेस्टिंग और सर्विलांस
- राज्यों को सभी जिलों में डेल्टा और ओमिक्रोन मामलों की संख्या पर कड़ी निगरानी रखने के लिए कहा गया है.
- मामले की सकारात्मकता दिन-प्रतिदिन और सप्ताह-दर-सप्ताह आधार पर, डबलिंग दर और नए उभरते क्लस्टर और इन क्षेत्रों में नियंत्रण शुरू करना.
3. क्लीनिकल मैनेजमेंट पर, राज्यों को सूचित किया गया कि मौजूदा राष्ट्रीय क्लीनिकल मैनेजमेंट प्रोटोकॉल ओमिक्रोन के लिए अपरिवर्तित है. राज्यों को सलाह
- बेड की क्षमता बढ़ाना, एम्बुलेंस सुनिश्चित करना और रोगियों के निर्बाध ट्रांसपोर्ट के लिए तंत्र को लागू करना.
- ऑक्सीजन उपकरण की परिचालन तत्परता सुनिश्चित करें
- आवश्यक दवाओं का कम से कम 30 दिनों का बफर स्टॉक रखें
- मौजूदा दिशा-निर्देशों के अनुसार होम क्वारंटाइन/आइसोलेशन को सख्ती से लागू करना सुनिश्चित करें.
- कई राज्यों ने कोविड सुविधाओं को बंद कर दिया है, इसलिए उन्हें डॉक्टरों और एम्बुलेंस की पर्याप्त उपलब्धता के साथ-साथ कोरोना मामलों में बढ़ोतरी होने की स्थिति में इन्हें चालू करने के लिए एक कार्य योजना तैयार रखने की आवश्यकता है.
4. कोविड एप्रोप्रियेट बिहैवियर के मोर्चे पर, राज्यों को सलाह दी गई
- जानकारी सुनिश्चित करें ताकि कोई गलत सूचना या घबराहट न हो
- अस्पताल और परीक्षण बुनियादी ढांचे की उपलब्धता पर पारदर्शी रूप से संवाद करें, नियमित प्रेस वार्ता आयोजित करें.
- सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करें और कोविड के उचित व्यवहार को सख्ती से लागू करें.
5. टीकाकरण के संबंध में, राज्यों को सलाह दी गई है:
- पहली और दूसरी खुराक के पात्र लाभार्थियों का त्वरित तरीके से शत-प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित करें
- उन जिलों पर विशेष ध्यान दें जहां पहली और दूसरी खुराक का कवरेज राष्ट्रीय औसत से कम है.
- विशेष रूप से उन राज्यों / संघ राज्य क्षेत्रों में घर-घर टीकाकरण अभियान को मजबूत करें जहां टीकाकरण कवरेज राष्ट्रीय औसत से कम है.
- निकट भविष्य में जिन राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं, वे टीकाकरण में तेजी से बढ़ोतरी करें, विशेष रूप से कम कवरेज वाले जिलों में कमजोर आबादी की रक्षा के लिए.
- कम टीकाकरण कवरेज वाले और कम कोविड जोखिम वाले लोग नए ओमिक्रोन संस्करण के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकते हैं. राज्यों को इन इलाकों में टीकाकरण में तेजी लाने पर विशेष ध्यान देना चाहिए.