Air India controversy: टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने एअर इंडिया के विमान में शराब के नशे में एक व्यक्ति द्वारा महिला यात्री पर पेशाब करने की घटना पर दुःख व्यक्त किया है. इसके साथ ही स्वीकार किया है कि एअर इंडिया की प्रतिक्रिया बहुत तेज होनी चाहिए थी. हम इस स्थिति को उस तरह से संभालने में विफल रहे जिस तरह से यह संभाली जानी चाहिए थी.
घटना पर प्रतिक्रया देते हुए एन चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा समूह और एअर इंडिया अपने यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा और भलाई के लिए पूरे विश्वास के साथ खड़ा है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं रोकने के लिए वे हर प्रक्रिया की समीक्षा और सुधार करेंगे.
गौरतलब है कि शंकर मिश्रा ने बीते 26 नवंबर को न्यू यॉर्क से दिल्ली आ रही एयर इंडिया की एक फ्लाइट की बिजनेस क्लास में नशे की हालत में एक बुजुर्ग महिला पर कथित तौर पर पेशाब कर दिया था. उसे बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया है. शनिवार को अदालत में पेश कर पुलिस ने तीन दिन की हिरासत मांगी, जिसे अदालत ने ठुकरा दिया. कोर्ट ने आरोपी को 14 की न्यायिक हिरासत में भेज भेज दिया.
एअर इंडिया ने मांगी मांफी
इस घटना के बाद एअर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) कैंपबेल विल्सन ने माफी भी मांगी. उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों को लेकर हम चिंतित हैं. सहयात्रियों को हुई परेशानी के लिए उन्हें पछतावा और दुख है. पूरी मामले की आंतरिक जांच की जा रही है.
इस मामले में चालक दल के चार सदस्यों और एक पायलट को जांच पूरी होने तक ड्यूटी से हटा दिया गया है. इन्हें कारण बताओ नोटिस भी दिया है. साथ ही एयरलाइन विमान में शराब परोसने की अपनी नीति की समीक्षा कर रही है.