कार्यकर्ताओं से बोले पीएम मोदी- विपक्ष के झूठ का जवाब चुनाव में जीत से दें
पीएम मोदी ने भावनात्मक बयान देते हुए कहा कि विपक्ष के लिए इसे गले से उतारना मुश्किल है कि 'एक गरीब मां का बेटा' आज प्रधानमंत्री है. उन्होंने कहा कि बीजेपी गठबंधन को 'जीत के बाद जीत' के लिए जाना जाता है वहीं विपक्ष को 'झूठ के बाद झूठ' के लिए जाना जाता है और विपक्ष का एजेंडा 'मोदी हटाओ और उसकी कुर्सी छीन लो' तक सिमटकर रह गया है.
नई दिल्ली: बीजेपी के 38वें स्थापना दिवस पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कई बड़े बयान दिए. उन्होंने कहा है कि विपक्ष झूठे आरोप लगा रहा है और हम चुनाव पर चुनाव जीत रहे हैं. मोदी ने कार्यकर्ताओं से कहा है कि वो विपक्ष के झूठ का जवाब चुनाव में जीत से दें. पीएम नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर बेहद हिंसक होने का भी आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि विपक्ष को इससे परेशानी है कि देश का प्रतिनिधित्व ऐसे लोगों के हाथ में है जो पिछड़ी जाति से आते हैं. वहीं पीएम ने ये भी कहा कि बीजेपी की बढ़ती ताकत से विपक्ष बेहद असहज हो रहा है.
पीएम मोदी ने भावनात्मक बयान देते हुए कहा कि विपक्ष के लिए इसे गले से उतारना मुश्किल है कि 'एक गरीब मां का बेटा' आज प्रधानमंत्री है. उन्होंने कहा कि बीजेपी गठबंधन को 'जीत के बाद जीत' के लिए जाना जाता है वहीं विपक्ष को 'झूठ के बाद झूठ' के लिए जाना जाता है और विपक्ष का एजेंडा 'मोदी हटाओ और उसकी कुर्सी छीन लो' तक सिमटकर रह गया है. उन्होंने इन बातों के जरिए भारत बंद के दौरान हुई हिंसा पर भी निशाना साधा. आपको बता दें कि इस बंद के दौरान 11 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी.
उन्होंने कहा, "आपने देखा होगा कि विपक्ष हिंसक होता जा रहा है. ऐसा इस वजह से नहीं है कि हमने गलतियां की हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि हमारे प्रतिद्वंदियों से हमारी बढ़ती ताकत देखी नहीं जा रही है." उन्होंने यह भी कहा, "उनके लिए ये मानना मुश्किल हो रहा है कि एक ग़रीब मां का बेटा पीएम बन सकता है और पिछड़ी जाति में पैदा हुए लोग देश का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं."
पीएम को याद आई कार्यकर्ता की मूछें
पीएम जब अपने एप के जरिए पार्टी से जुड़े लोगों से बात कर रहे थे तब हिमाचल से पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप शर्मा ने मोदी को नमस्कार किया. इसके बाद पीएम उन्हें पहचान गए और कहा, "हम तो जब भी प्रवीण जी को याद करते हैं तब उनकी बड़ी-बड़ी मूछें नज़र आती हैं." इसके बाद पीएम ये इस बात की तसल्ली की कि उनकी बात उसी प्रवीण से हो रही है या नहीं. इसके जवाब में उन्हें बताया गया कि उनकी बात उसी प्रवीण से हो रही है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीजेपी को ब्राह्मणों और बनियों की पार्टी कहा जाता था लेकिन पहली बार अपनी पसंद का उम्मीदवार चुनने का मौका मिलते ही पार्टी ने एक दलित को देश का राष्ट्रपति बनाया और सर्वोच्च संवैधानिक पद पर बिठा दिया. विपक्ष को यह नहीं भा रहा कि बीजेपी अब गरीबों की पार्टी बन गई है. वहीं अब इसके पास एससी-एसटी के सबसे ज़्यादा एमपी-एमएलए हैं. उन्होंने कहा, "इसी वजह से पार्टी के खिलाफ एक हिंसात्मक वातावरण तैयार किया जा रहा है." पीएम ने कार्यकर्ताओं को विपक्ष के बंटवारे की राजनीति का हिस्सा बनने से भी बचने को कहा है. उन्होंने कहा कि ऐसा करके ही 2022 तक नए भारत का निर्माण संभव है.
मोदी ने कहा कि न्यू इंडिया में सभी लोगों के पास घर होगा और ये जात-पात और साम्प्रदायिकता के बिना होगा. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि तकनीक का इस्तेमाल करते हुए इस संदेश को फैलाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि आज तकनीक के युग में वो अगर सोशल मीडिया पर सक्रिय नहीं है तो वो असामाजिक तत्वों और राष्ट्र विरोधी तत्वों के लिये जगह दे रहे हैं. विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जिनके संगठन में लोकतंत्र नहीं है, वे देश में लोकतंत्र के प्रति कैसे समर्पित हो सकते हैं.
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बीजेपी के 38वें स्थापना दिवस पर पांच लोकसभा सीटों के पार्टी कार्यकर्ताओं और पार्टी की 734 जिला इकाइयों के अध्यक्षों को संबोधित किया. प्रधानमंत्री इनसे नरेन्द्र मोदी एप के जरिये वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से रूबरू हुए.