नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना के कुल मामले 4 लाख के पर जा चुके हैं. मंगलवार को एक दिन में सामने आने वाले मामलों की अब तक की सबसे बड़ी संख्या दर्ज की गई. मंगलवार को जारी आकंडों के मुताबिक 6725 मामले कोरोना के सामने आये जो कि एक रिकॉर्ड है. ऐसे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि इसे दिल्ली में कोरोना की थर्ड वेव कहा जा सकता है.


मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''पिछले कुछ दिनों में करोना के मामलों में उछाल आया है इसको थर्डवेव हम कह सकते हैं. क्योंकि सितंबर के आखिरी में केस नीचे आने शुरू हो गए थे, हम लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं.''


कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच प्राइवेट हॉस्पिटल में आईसीयू बेड की कमी होने के सवाल पर अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''मैं यह कहना चाहता हूं कि घबराने की जरूरत नहीं है जो भी कदम उठाने होंगे हम उठाएंगे. आईसीयू बेड की कमी की बात है तो हमने आईसीयू बेड रखे थे, लेकिन दिल्ली हाई कोर्ट ने दुर्भाग्यवश स्टे लगा दिया. आज हम सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं स्टे को हटाने के लिए ताकि वह कमी दूर की जा सके.''


केजरीवाल ने कहा कि अभी फिलहाल बेड्स की कोई कमी नहीं है, मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की भी कोई कमी नहीं है. केवल कुछ बड़े प्राइवेट अस्पतालों में वेंटिलेटर के साथ आईसीयू बेड की कमी नजर आ रही है. इसको एक-दो दिन में ठीक करने की कोशिश की जाएगी. अगर सुप्रीम कोर्ट में स्टे हट जाएगा तो यह कमी भी दूर हो जाएगी. पूरी तरह से हमारा मुख्य मकसद है कि लोग अगर बीमार पड़ते हैं तो उन्हें उचित इलाज मिले और जो मौत है कोरोना से वह कम से कम होनी चाहिए, जो कि अभी कंट्रोल में है.


गुरुवार को कोरोना को लेकर दिल्ली सरकार की एक रिव्यू मीटिंग है. मीटिंग में कोरोना की मौजूदा स्थिति और बेड की स्थिति का रिव्यू किया जायेगा. साथ ही बैठक में पटाखे जलाने को लेकर भी निर्णय लिया जायेगा.