प्रवर्तन निदेशालय से पत्नी को मिले नोटिस के बाद शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत भड़क गए हैं. उन्होंने इसे 'प्रतिशोध' की कार्रवाई बताते हुए कहा कि महिलाओं को निशाना बनाना एक डरपोर कृत्य है. राउत ने कहा- हम किसी से डरे नहीं हैं और उसी के हिसाब से जवाब दिया जाएगा.


उन्होंने आगे कहा- ईडी को कुछ पेपर्स की जरूरत है और हमने समय पर जमा करा दिया है. शिवसेना नेता ने कहा- पिछले एक साल के दौरान शरद पवार, एकनाथ खड़से और प्रताप सरनाइक को नोटिस दिए गए. अब आप सभी मेरे नाम की चर्चा कर रहे हैं. ये सभी लोग महाराष्ट्र में सरकार के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका में थे.


उन्होंने कहा- ये सब कागजात के टुकड़े हैं, इसके अलावा और कुछ भी नहीं है. गौरतलब है कि इससे पहले, पीएमसी बैंक मामले में पत्नी को भेजे गए समन के बाद संजय राउत ने ट्वीट करते हुए कहा था- आ देखें जरा, किसमें कितना है दम.


क्या है पूरा मामला?

ये नोटिस पीएमसी बैंक घोटाले मामले की जांच से जुड़ा हुआ है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) को साल 2019 में पीएमसी बैंक घोटाले का पता चला था. नकली बैंक खाते के जरिए 6500 करोड़ रुपये का लोन दिया जा रहा था. रिजर्व बैंक ने पैसे निकालने पर रोक लगा दी थी. आरबीआई ने इसे धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला दायर किया. ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले और जालसाजी के एक मामले की जांच कर रही है.


सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कुछ दिनों पहले ईडी ने संजय राउत के करीबी प्रवीण राउत को गिरफ्तार किया था. प्रवीण राउत की पत्नी के खाते से वर्षा राउत के अकाउंट में कुछ ट्रांजेक्शन हुए. ईडी इसी ट्रांजेक्शन में बारे में जानकारी चाहती है. आरोप है की संजय राउत की पत्नी के अकाउंट में 55 लाख रुपये प्रवीण राउत की पत्नी के अकाउंट से आए थे.


ये भी पढ़ें: पत्नी को ED से समन मिलने पर संजय राउत का ट्वीट- आ देखें जरा किसमें कितना है दम