स्वतंत्रता दिवस पर राजधानी दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, लाल किले को छावनी में किया गया तब्दील
लाल किले और उसके आसपास की जितनी भी ऊंची इमारतें हैं उन सभी इमारतों पर स्नाइपर्स को तैनात किया जाएगा. इसके अलावा लाल किले और उसके आसपास के पूरे इलाके को सील कर दिया गया है यह इलाका प्रधानमंत्री के भाषण के बाद खुलेगा.
स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए दिल्ली में कड़ी सुरक्षा कर दी गई है. लालकिले के आसपास के पूरे इलाके को दिल्ली पुलिस ने टाइट सुरक्षा में तब्दील कर दिया है. इसी को देखते हुए एबीपी ने खास बातचीत में नार्थ दिल्ली की डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने बताया कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए गए है. हालांकि इस बार का स्वतंत्रता दिवस कुछ खास है क्योंकि कोरोना महामारी के चलते सुरक्षा के इंतजाम के साथ साथ सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा गया है. दिल्ली पुलिस के जवान इस बार पीपी किट के साथ आपको नज़र आएंगे.
आपको बता दे कि 300 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है. इनमें कुछ हाई डेफिनेशन कैमरे हैं जिनसे दूर का मूवमेंट देखा जा सकता है. करीब 7000 सुरक्षाकर्मियों को लाल किले और उसके आसपास तैनात किया गया है. एसपीजी, एनएसजी, पैरामिलिट्री फोर्स के साथ-साथ दिल्ली पुलिस के स्वाट कमांडोज भी पूरी तरीके से तैयार हैं.
लाल किले और उसके आसपास की जितनी भी ऊंची इमारतें हैं उन सभी इमारतों पर स्नाइपर्स को तैनात किया जाएगा. इसके अलावा लाल किले और उसके आसपास के पूरे इलाके को सील कर दिया गया है यह इलाका प्रधानमंत्री के भाषण के बाद खुलेगा.
कोरोना महामारी के बीच भीड़ को कम करने ओर सोशल डिस्टनसिंग का खयाल रखते हुए सिर्फ 5000 लोगों की भीड़ ही देखने को मिलेगी. पहले जहा हर साल इस कार्यक्रम में करीब 25 हजार मेहमान जिनमे स्कूली बच्चे भी होते थे. इस बार सिर्फ 5 हजार लोग ही इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. जिनमे स्कूली बच्चों की जगह सिर्फ 500 एनसीसी कैडेट्स को ही बुलाया गया है.
इसके अलावा काइट कैचर्स की टीम को भी लाल किले के आसपास लगाया गया है. ताकि कोई पतंग कट कर प्रोग्राम के बीच में ना आ सके हालांकि नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट में 12 से 15 तारीख तक पतंग उड़ाने की इजाजत किसी को भी नहीं है.